आब जल्दी निपटारा होयत कन्या विवाह योजना संबंधी फाइल

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सुपौल, मिथिला मिरर: सुपौल प्रखंड कार्यालयमे सालोंसँ धूल फाँकी रहल कन्या विवाह योजनाक आवेदन सभक दिन आब फिरत एहन बुझना जाइत अछि। सालोंसँ लंबित लाभुक सभकेँ आब जल्दिए एहि योजनाक लाभ भेटय लागत। शत-प्रतिशत लाभ सुनिश्चित करबाक लेल सरकार योजनाक’ स्वरूपमे बदलाव केलक अछि। नव व्यवस्थाकेँ तहत आब लाभुक लोकनिकेँ एहि योजनाक तहत भेटय वला राशि सीधे हुनका बैंक खातामे ट्रांसफर कएल जायत। योजनाक तहत लंबित पड़ल आवेदकसँ संबंधित बैंकक पासुबक आ आधार कार्डक छाया प्रति समाज कल्याण विभाग सभ बीडीओसँ माँगलक अछि। समाज कल्याण विभाग पहिने एहि योजनाक राशिक भुगतान डिमांड ड्राफ्टसँ करैत छल। मुदा आब विभाग द्वारा सीधे लाभुककेँ खातामे हस्तांतरित कएल जायत। एहि लेल संबंधित लाभुकसँ दस्तावेज जमा क’ एकटा निर्धारित फॉरमेटमे विभागकेँ उपलब्ध करेबाक लेल कहल गेल अछि।

बेटि सभक अर्जी फाँकी रहल अछि धूल

जिला कार्यालय सुपौलसँ भेटल जानकारीकेँ मुताबिक अकेले सुपौल जिलामे 22 हजार आवेदन लंबित अछि। वित्तीय वर्ष 2014-15 सँ अखनि धरि (किछु दिन पूर्व तक) 29608 अर्जीकेँ स्वीकृति प्रदान कएल गेल अछि। जाहिमे मात्र अखनि धरि 4608 लाभुकेँ एकर लाभ भेटल अछि। जखन कि आब 22 हजारसँ बेसी आवेदन लंबित अछि जिनका सभके योजनाक तहत लाभ भेटब बाँकी छनि। विभाग 2015 क बाद स्वीकृत कएल गेल आवेदन लेल ई प्रक्रिया अपनौलक अछि। ताकि एके संगे सभ लाभुकेँ एकर लाभ देल जाय।

की अछि कन्या विवाह योजना

सरकार द्वारा संचालित कन्या विवाह योजनाक मकसद बाल विवाह पर रोक लगबैके संग-संग  जन्म निबंधन काजकेँ बढ़ावा देनाइ छैक। एहिकेँ तहत गरीब परिवारमे जन्म लेबैइ वाली बचिया सभक वियाह ज’ 18 सालक बाद करैत छथि त’ सरकार हुनका प्रोत्साहनक तौर पर पाँच हजार रुपैयाक आर्थिक मदद करैत अछि। एहि लेल योग्य लाभार्थीकेँ विवाह निबंधन पत्र, दहेज नै लेबाक शपथ पत्र आदि कागद संग आरटीपीएस काउंटर पर आवेदन करय पड़तनि। फिलहाल योजनाकेँ स्वरूपमे बदलाव भेलाक बाद हजारों बेटि सभक आस सरकारक एहि योजनासँ बढ़ी गेल अछि।

बाल विवाह रोकनाइ सरकारक प्राथमिकता

बाल विवाह रोकबा लेल सरकार समय समय पर योजना बनबैत रहैत अछि। मुदा सरकारकेँ कोनो योजना तखन तक सफल नै भ’ सकैत अछि जखन धरि परिवार, समुदाय, समाज, पंचायतक सहयोग नै भेटत। ज’ सभ मिल एहि दिशामे सहयोग करत तखने बच्चा सभकेँ  दुष्चक्रसँ बचा एकटा योग्य नागरिक बना सकैत छी।  बच्चा सभसँ संबंधित विभिन्न कानून आ योजना भेलाक बावजूद समाजमे बच्चाक प्रति शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक आ यौन शोषणक घटनामे कमी नै देखाई पड़ी रहल अछि। एहिकेँ रोकबाक लेल हम सभकेँ मिलक’ प्रयास करबाक आवश्यकता छैक। गरीबी आ अशिक्षा बाल विवाहक मुख्य कारण होइत अछि। जेकर निवारण लेल सरकारक विभिन्न योजना मौजूद अछि। जरूरत अछि ओहि योजनाकेँ आम आदमी धरि पहुंचेबाक। एहि काजमे सरकारक संग-संग स्वयंसेवी संस्था सभके सेहो आगू एबाक चाही।