दरभंगा, मिथिला मिरर : मेडिकल कॉउंसिल आफ इंडिया (एमसीआइ)क आधा दर्जन टीम बुधदिन पीजी कोर्सक पठन पाठनक निरीक्षण केलक जाहिसँ डीएमसीएचमे हड़कंप मचि गेल। छह विभागमे आधा दर्जन टीमक अलग-अलग निरीक्षणसँ सभ भौंचक छल। किनको सम्हरबाक मौका नै भेटलनि। नतीजा इ भेल जे सभ अधिकारी आ डॉक्टर एमहर-ओमहर भाग-दौड़ करय लगलाह। टीम अलग-अलग विभागमे जा फैकल्टी आ आधारभूत संरचनाक जायजा लेलक आ दिल्ली रवाना भ’ गेल। सभ टीम 48 घंटाक भीतर एमसीआइ दिल्लीकें अलग-अलग रिपोर्ट देत। एहि विभागमे रेडियोलॉजी, मेडिसीन, शिशु रोग, माईक्रोबायोलॉजी, सर्जरी आ गायनिक शामिल अछि। करीब चारि साल पहिले डीएमसीएचमे पीजीक 6टा विभागके एमडीमे नामांकन लेल सीट बढ़ौने छल। टीम एतय नामांकित बच्चा सभक पठन-पाठनक स्थितिक जायजा लेबाक लेल आयल छल। एमसीआइके निरीक्षणक इतिहासमें इ पहिल घटना थिक जखन डीएमसीएचके डॉक्टरक सभ विभागक अलग-अलग ग्रुप फोटोग्राफ्री भेल । एमसीआइ फर्जी डॉक्टर सभ पर लगाम लगेबाक लेल इ नुस्खा इजाद केलक अछि। जाँच टीम अलग-अलग विभागक डॉक्टर सभक नियुक्ति, प्रोन्नति शिक्षण कार्यक अनुभव, नियमित वा अनियमित नौकरीसँ संबंधित सभटा कागजातकेँ सेहो गहन जाँच केलक संगहि सभ डॉक्टरकेँ भौतिक सत्यापन सेहो केलक। हरेक विभागमे पीजी डॉक्टर, रिसर्च आ लेबोरैटरीमे जा रोगी सभक जांच पड़ताल करैत छथि आकि नै टीम एहि बातक पड़ताल सेहो केलक। रेडियोलॉजि आ पैथोलॉजिकल जांच रिपोर्ट सेहो मंगलक । एहि बीच मेडिसीन विभागक एमडीकेँ निरीक्षण करबा लेल पश्चिम बंगालक मेडिकल कॉलेजसँ आयल टीम इमरजेंसी वार्ड पहुँचि गेल। एहि वार्डमे परीक्षण लेल 16 टेबुल होयबाक बात सुनि टीमक सदस्य प्रसन्न भेलाह मुदा ओ परीक्षण टेबल कतय अछि जानकारी भेटला पर टीमक सदस्य दंग रहि गेल। टीम देखलक जे आधा दर्जन गंभीर रोगीक इलाज कोरिडोरमे भ’ रहल छल। बरामदाक मरीज लग एकोटा डॉक्टर आ जीवन रक्षक मशीन नहि देखल गेल। विशेषज्ञ डॉक्टर के आ कतय छथि किनको लग जबाब नै छलनि। टीमक संग आयल डीएमसीएचके डॉक्टर सभ चुप्पी सधने छलाह। पैथोलॉजिकल आ रेडियोलॉजिकल जाँचक सुविधा नै भेला पर टीमक सदस्य अपन माथ पर हाथ राखि गुम भ’ गेलाह। टीम जखन खोजबीन केलक जे एक्सरे मशीन कतय अछि त’ जवाब भेटल मशीन खराब अछि। दवाई वितरणक स्थिति सेहो दयनीय छल। सर्जिकल भवनक हालत देखलक त’ ठिठक गेल आ पुछलक आखिर इ भवन ठाढ़ कोना अछि। अपन नाराजगी जतवैत टीमक सदस्य सभ कहलाह जे एत’ रोगीक इलाज भगवान भरोसे होइत अछि एहनमे सरकार जल्दिए सख्त कदम उठओत स्वास्थ्यसँ ऐना खेलबार उचित नै। एहनमे आब देखबाक अछि जे टीमक एहि रिपोर्टकेँ आधार पर सरकार कोन तरहक कदम उठबैत अछि आ अस्पतालक व्यस्थामे कोनो बदलाब होयत अछि कि नै एकटा पैघ सवाल अछि।