पटना, मिथिला मिरर : बिहार मे अगिला दू मास मे विधानसभा चुनाव होमय वला अछि। कांग्रेस आ राजद एहिबेर चुनाव मे बेरोजगारी केँ मुद्दा बनबैक प्रयास मे लागल अछि। आई प्रधानमंत्री केँ जन्मदिन छनि। तैं बेरोजगारी केँ ठिकरा हुनका माथ पर फोडैत विपक्ष आई राष्ट्रीय बेरोजगारी दिवस मना रहल अछि। या ई कही कि मुद्दा विहीन विपक्ष रणनीति मे फेल भ’ रहल अछि। बतादी जे भारत मे ई पहिल घटना अछि जे कोनो प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर कोनो विशेष दिवस मनाओल जा रहल अछि। आई सोशल मीडियाक विभिन्न प्लेटफ़ॉर्म पर बेरोजगारी ट्रेंड क’ रहल अछि।
बिहार के 7 करोड़ युवाओं का वर्तमान और भविष्य बर्बाद करने वाली 15 वर्षों की नीतीश सरकार बेरोजगारी, ग़रीबी और पलायन पर विमर्श क्यों नहीं करना चाहती? मुख्यमंत्री जी, NDA अब जात-पात और धर्म के नाम पर युवाओं को गुमराह नहीं कर सकती। युवा वर्ग जाग चुका है। #राष्ट्रीय_बेरोजगारी_दिवस pic.twitter.com/yMi1yhEJta
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 17, 2020
एही अवसर पर बिहार मे राजनीतिक बयानबाजी कएल गेल। भला राजद नेता तेजस्वी यादव एही मौका केँ कोना छोड़ी सकैत छलाह। ओना तेजस्वी युवा लोकनि केँ अपना दिस करय वला कोनो अवसर पर चुकैत नै छथि। तेजस्वी राज्यक एनडीए सरकार पर आरोप लगबैत हरेक मुद्दा केँ रोजगार सँ जोड़ैत 17टा सवाल कएलनि अछि।
राज्य सरकार केँ घेरैत तेजस्वी पूछलनि अछि जे सभसँ बेसी बेरोजगारी बिहार मे किएक अछि। विभिन्न सरकारी विभाग मे करीब खाली पड़ल साढ़े चारि लाख सीट पर भर्ती किएक नै कएल गेल। लोक सभ रोजगार केँ ल‘ पलायन किएक क’ रहल छथि। आईटी कंपनी बिहार मे निवेश करबा सँ किएक डेराइत अछि। आई धरि एकोटा आईटी पार्क आ सेज किएक ने बनाओल गेल, बिहार मे कल-कारखाना दिनानुदिन किएक बंद कएल गेल आदि-आदि। आब देखबाक बात अछि जे सरकार एहि पर कोनो जबाब दैत अछि वा नहि। ओना बतादी जे राष्ट्रीय बेरोजगारी दिवस कोनो अधिकृत दिवस नै अछि।