मैथिली सं यूपीएससी करय वला ‘उत्तर प्रदेश’क अमित कुमार आनंदक संग भेंटघांट

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    दिल्ली-मिथिला मिररः संघ लोक सेवा आयोग 2015क परीक्षा परिणाम एलाक बाद मैथिली भाषा एक बेर फेर सं अपन लोकप्रियताकें झंडा कायम करवामे सफल रहल। अहि बेर मैथिली सं कुल 18 गोट छात्र पास केलाह जाहिमे सब सं अहम रहल कि अहू बेर गैर मैथिल छात्र जिनका मिथिला ओ मैथिली सं कोनो लेना-देना नहि छन्हि ओहो मैथिली भाषा राखि सिविल सेवाक परीक्षा पास केलाह। उत्तर प्रदेशक गाजीपुर जिलाक अमित कुमार आनंद अहि बेर मैथिली भाषा राखि यूपीएससी परीक्षा पास केलाह आ हुनकर रैंक अहि बेरक परीक्षामे 763 रहलनि।
    अमित कुमार आनंदक संग मिथिला मिररक संपादक ललित नारायण झा केर भेल बातचीत पर आधारित इ विशेष भेंटघांट अपने समस्त मिथिलाक लेल। बातचीतक अंश किछु अहि प्रकारेण अछि।
    प्र0 अमित अहां गैर मैथिल रहैत मैथिली भाषा राखि सिविल सेवाक परीक्षा देलौह आ उतीर्ण सेहो भेलौह ताहि लेल अपने कें बधाई। संगहि अपनेक परिचय की अछि?
    उ0 सब गोटे कें बहुत-बहुत आभार। हमर नाम अमित कुमार आनंद अछि। हमर पिताजीक नाम श्री महेन्द्र राम छन्हि, माताजीक नाम श्रीमती प्रभावती छन्हि। हम तीन भाई-बहिन छी। हमरा सं जेठ एकटा भाई छथि आ एकटा छोट बहिन सेहो अछि। हमर पैतृक गाम उत्तर प्रदेश कें गाज़ीपुर जिलाक बेरसराय गाम अछि। हमर पिताजी पेशा सं सीपीडब्यूडीमे एग्जिक्यूटिव इंजीनियर (सहायक अभियंता)क पद पर छथि। हमसब 2000 ईं सं यूपीक नोएडा मे रहि रहल छी।
    प्र0 अमित अपनेक शिक्षा-दीक्षा कतय सं भेल?
    उ0 सर हमर शिक्षा-दीक्षा खास कऽ मैट्रिक आ इंटर केन्द्रीय विद्यालय नोएडा सं केलौह। ओहिकें बाद हम आईआईटी कानपुर (2006-2010) सं इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंगमे बीटेक केलौह। ओकरा बाद हम बतौर इंजीनियर टाटा स्टीलमे पांच साल काज केलौह।
    प्र0 अमित अहां संघ लोक सेवा आयोग परीक्षा 2014मे सेहो पास केने रही?
    उ0 जी सर, हम 2014 केर परीक्षामे सेहो पास केने रही मुदा रैंक किछु बेसी रहलाक कारणें हमरा भारतीय डाक सेवा (इंडियन पोस्टल सर्विस) मे चयनित कैल गेल। अहि बेर रैंक मे किछु सुधार भेल अछि मुदा हम एक बेर आओर यूपीएससीमे बैसय चाहैत छी।
    प्र0 अमित अहां गैर मैथिली भाषी छात्र छी एहनमे मैथिली भाषा सं सिविल सेवाक तैयार करवाक निर्णय कोना कैलहु?
    उ0 सर हमर सबटा तैयारी इंजीनियरिंग पेशामे रहैत भेल अछि। हम अपना आपकें बहुत बेसी खुशनसीब बुझैत छी जे हमरा डॉ. शेखर झा सन गुरूक मागदर्शन भेटल आ ओहिकें बाद हम ओहि दिशामे आगू बढ़ि गेलौह। सर एकरा एकटा सुखद दुर्घटना कहि सकैत छी जे दिल्लीमे तैयारीक सिलसिलामे हम बहुतो लोक एवं मित्र सब सं बातचीत केलौह अहिक्रम मे हमरा शेखर सर सं भेंट भेल आ ओहिकें बाद हम मैथिली गद्य-पद्य आ संस्कृतिमे रमैत चलि गेलौह। आब स्थिति एहन अछि जे मैथिली सं हमरा एतेक बेसी स्नेह भय गेल अछि जेकरा हम शब्दमे नहि कहि सकैत छी।
    प्र0 गैर मैथिल रहैत अहां मैथिलीकें अपनेलहू इ मैथिली आ अहांक दुनू गोटेक लेल सौभाग्य अछि एहनमे आगू अहां मैथिलीक प्रति की सब सोचि रहलौह अछि?
    उ0 सर, हमरा बहुत दुःख होइत अछि जखन हम मैथिली भाषामे पाठ्क्रमक पुस्तक ऑनलाइन आ कि ऑफलाइन खोजैत छी त ओ सहज रूप सं उपल्बध नहि भय पावैत अछि। हमर इ मुख्य योजना अछि कि कोनो बेसी सं बेसी पाठ्य पुस्तक मैथिली भाषामे उपल्बध कराओल जाए। जखन बेसी सं बेसी किताबक प्रकाशन हैत आ ओकर बिक्र व्यापक रूपे हेतै तखन फेर नीक-नीक लेखक लोकनि ओहिमे लिखवाक लेल आगू औतथि। निश्चित रूपहिं मैथिलीक कर्ज हम कहियो नहि चुका सकैत छी मुदा हमरा दिस सं जतेक हेतै हम मैथिलीक सेवा करब अपन कर्तव्य बुझैत छी।
    प्र0 अमित अंतमे अहांक मार्गदर्शक आ प्रेरणा स्त्रोत के सब छैथ?
    उ0 सर हमरा अहिठाम तक अनवामे हमर माता-पिता संग-संग समस्त गुरूजनकें छन्हि जे हमरा नित नव करवाक लेल प्रेरित केलाह।
    अमित अहांकें बहुत-बहुत धन्यवाद जे मिथिला मिररक लेल एतेक समय निकाली हमरा सं बात केलौह।
    सर अहूं कें बहुत-बहुत धन्यवाद जे हमरा सं बातचीत केलौह, संगहि मिथिला मिरर सतत् प्रगतिक कामना करैत छी।