दिल्ली-मिथिला मिररः एकटा समय छलैक जखन भारतक चीनीक कुल खपतकें चालीस प्रतिशत आपूर्ति मिथिला सं होइत छल। कुशियार जतयकें नगदी फसल मानल जाइत छलैक मुदा नहि त आब ओ देवी छथि आ नहि ओ कराह। कहवाब अर्थ इ जे चीनी मिल त बंद भेवे केलैह मुदा मिलक संग-संग कतेको एहन परिवार उजडि़ गेल जे कतौ ने कतौ प्रत्यक्ष वा कि परोक्ष रूपसं चीनी मिल ओ अहि उद्योग सं जुड़ल छल। मिथिलाक जे पहिचान छलैक ओहो मेटा गेल खास कय चीनी उद्योगक दृष्टि सं। नब्बे कें दशकक बाद जखन बिहारमे नव सरकार आयल त ओहो सरकार सं जे किछु आस जागल ओहो बाढि़क पाइन जेना बुझना गेल।
एहनमे मिथिलामे बंद पड़ल चीनी मिल कें एक बेर फेर सं जियेवाक जे प्रयास मिथिलाक किछु बच्चा लोकनि कय रहला अछि ओकर जतेक प्रशंसा कैल जाय ओ कम छैक। हां अहि बात सं किछु गोटे सहमत नहि छथि जे मिथिला स्टूडेंट नामक जे संस्था अछि ओ किछु सार्थक काज कय रहल अछि, सिवाय सोशल मीडिया पर फोटो ओ कंटेंटक माध्यम सं अपन उपस्थिति दर्ज करेवाक अलावे। मुदा ओहि व्यक्ति लोकनि कें कम सं कम एतेक बात त ध्यानमे रखावाक चाहि जे जौं दशकों सं मिथिलामे कियो हल्ला तक करवाक लेल तैयार नहि भेल, आ ओहनमे जौं कियो व्यक्ति, संस्था आ कि समूक सामुहिक रूप सं सत्ता आ सिस्टमक विरूद्ध हल्ला बोल केने अछि त ओ प्रशंसनीय काज कय रहल अछि। खैर, आलोचकक काज सिर्फ आलोचना केनाइ मात्र होइत छन्हि।
देश भरिमे प्रचंड गर्मी आ लू चलि रहल अछि मुदा एहनमे जाहि तरहें मिथिला स्टूडेंट यूनियनक स्थानीय प्रतिनिधि लोकनि मिथिलाक मधुबनी ओ दरभंगाक विभिन्न गांव-गांवमे जा कय जनजागरण कय रहला अछि ओ निश्चित रूपहिं एकटा सार्थकता आ एकजुटताक परिचायक बुझना जा रहल अछि। प्रचंड रौदक बावजूद संस्थाक सदस्य घरे-घरे जा लोकबाग कें अहि बात सं परिचित करा रहल छथि आ आगामी 28 मई सं 1 जून तक होइवला आंदोलनक लेल समर्थन सेहो मांगि रहला अछि। संस्थाक राष्ट्रीय महासचिव नीतीश कर्ण आ दिल्लीक अध्यक्ष अरविंद मिश्र मिथिला मिरर कें कहला जे एखन जाहि तरहें एमएसयूक कार्यकर्ता कें आम लोकक समर्थन भेट रहल छन्हि ओहि सं हमरा लोकनिक हिम्मत आओर बेसी बढि़ रहल अछि।
28 मई सं 1 जून तक हमरा सब रैयाम, सकरी, लोहट इत्यादि जे चीनी मिल छल ओहिकें आस-पासक गाम मे जा अहि आंदोलन कें आओर प्रखरता सं राखब। नीतीशक मानी त आंदोलनक जे तिथी निर्धारित कैल गेल अछि ओकरा 1 जून सं आगू सेहो बढ़ाओल जा सकैत छैक जौं आम जनता अहि आंदोलनमे अपन सहभागिता बेसी सं बेसी देखेता त।