पटना, मिथिला मिरर : बिहार चुनावी रंग मे रंगल जा रहल अछि। वोट बैंकक राजनीति सेहो चलि रहल अछि। एहेन मे सत्ताधारी गठबंधनक प्रमुख घटक दल जदयू कोना पाछु रहत।एहिबेर जदयूक नजरि दलित वोट बैंक पर अछि। पार्टी चुनावी रणनीतिक तहत दलित वोट केँ एकत्रित करबाक कोशिश क’ रहल अछि। सोमदिन एहि संबंध मे बिहार सरकारक मंत्री महेश्वर हजारीक पटना आवास पर जदयूक सभ विधायक, मंत्री आ सांसद लोकनि एकटा बैसार कएलनि। एहि बैसार मे जदयूक दलित प्रकोष्ठक सभ नेता सेहो मौजूद छलाह। आगामी चुनाव मे दलित वोट केँ कोना साधल जाए एहि पर मंथन कएल गेल। जनतब दी जे एहि सँ पूर्व एकटा बैसार मंत्री अशोक चौधरीक आवास पर सेहो भ’ चुकल अछि।
बतादी जे दलित वोट पर सभ पार्टीक नजरि अछि। एहन मे जदयू अपन सभ दलित मंत्री आ विधायक लोकनि केँ एही वोट बैंक केँ साधय लेल लगा देलक अछि। पार्टिक रणनीति रहत जे नीतीश सरकार द्वारा दलित लेल कएल गेल काज केँ बेसी सँ बेसी दलित मतदाता धरि पहुँचाओल जाए आ आगामी पाँच साल मे सरकारक की योजना अछि ओकरा बेसी सँ बेसी प्रचारित प्रसारित कएल जाए। बतादी जे हालही नीतीश सरकार कोनो दलित केँ हत्या भेला पर हुनका परिवारक एकटा आश्रित केँ सरकारी नौकरी देबाक प्रावधान केने छल। एतबे नहि दलित समस्या सँ जुड़ल पेंडिंग काज केँ समय सीमा केँ भितर पूरा करबा लेल कहल गेल छल। सरकार एहिके चुनाव मे भुनावय चाहैत अछि। देखबाक बात होयत जे चुनाव मे एहि केँ कतेक फायदा भेटत।