पटना, मिथिला मिरर : ओना त’ बिहार मे चुनावी सरगर्मी तेज भ’ चुकल अछि। मुदा कृषि विधेयक केँ विरोध मे बिहारक राजनीति गरमा गेल अछि। लोकसभा आ राज्यसभा दुनू सँ ई विधेयक पास भ’ गेल। विपक्ष आब एकरा चुनावी मुद्दा बना देलक अछि। जन अधिकार पार्टी कृषि विधेयक केँ विरोध करैत राज्यक हरेक जिला मुख्यालय पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदीक पुतला दहन कएलक अछि। बतादी जे शनिदिन पप्पू यादव ऐलान केने छलाह जे अगिला एक सप्ताह धरि जाप कार्यकर्ता पुतला दहन, धरना आ विरोध प्रदर्शन करत आ 27 सितंबर क’ बिहार बंदक आह्वान अछि।
जाप के कहब अछि जे केन्द्र सरकार द्वारा लाओल गेल अध्यादेश किसान विरोधी अछि। राज्यसभा मे आई बिल पास भेलाक बाद पप्पू यादव कहलनि जे केंद्रक मोदी सरकार आ बिहारक नीतीश सरकार दुनू किसान विरोधी आ गरीब विरोधी अछि। जबरदस्ती सरकार किसान केँ मजदूर बनबा पर मजबूर क’ रहल अछि। सरकार केँ किसानक कोनो चिंता नै छैक। किसान सभके आबय वला समय मे चंद मुठ्ठी भरि कॉर्पोरेट घराना केँ हाथ कठपुतली बना देत। एतबे नहि एही बिल मे किसान के भेट रहल न्यूनतम समर्थन मूल्य हटेबाक प्रावधान अछि। एतबे नहि मंडी व्यवस्था सेहो खत्म कएल जा रहल अछि।
जापक राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष अख़लाक़ अहमद कहलनि जे वर्तमान समय मे किसानक स्थिति नीक नहि अछि। किसानक आर्थिक आ मानसिक स्थिति दुनू संकट सँ जूझी रहल अछि। एहन परिस्थिति मे जँ किसान केँ मुनासिब दाम नै भेटत त’ ओ आत्महत्या करबा पर मजबूर भ’ जायत। वर्तमान सरकार किसान केँ शोषण दिस धकेल रहल अछि। जाप केंद्र सरकार सँ माँग कएलक अछि जे किसानक समस्या केँ देखैत एहि कानून केँ तत्काल वापिस लैथ आ बकाया राशीक शिघ्र भुगतान कएल जाय।