पटना, मिथिला मिरर: मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन शोषण मामलाक जांच सीबीआइ शुरू क’ देलक अछि एहि बीच मुख्युमंत्री नीतीश कुमार सेहो कार्रवाईक मोडमे आबि गेल छथि। एहि मामलामे एखन धरि 13टा अधिकारीकें निलंबित क’ देल गेल। एहिमे समाज कल्याण विभागके सहायक निदेशक दिवेश शर्मा सेहो शामिल छथि। खास बात ई जे दिवेश शर्मा स्वयं एहि घटनाक प्राथमिकी दर्ज करौने छलाह आ अपने एहि मामलमे वादी सेहो छलाह। हुनका खिलाफ ई कार्रवाई राज्यक बालिका गृहमे अनियमितताक जानकारी रहलाक बावजूद लापरवाही बरतवाक आरोप छनि। राज्य सरकार शनिदिन कार्रवाई करैत 6 जिलाक सहायक निदेशकक निलंबन आ बाल संरक्षण इकाई (एडीसीपी) केर निलंबन सेहो केलक। हिनका सभ पर आरोप छनि जे टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेजक ‘कोशिश’ टीम द्वारा देल गेल सामाजिक अंकेक्षण संबंधी रिपोर्टपर आदेशक बावजूद कार्रवाई नहि केलथि। निलंबनक इ आदेश समाज कल्याण विभागकेँ निदेशक राजकुमार जारी कएलनि। समाज कल्याण विभाग केर सहायक निदेशक दिवेश शर्माक अलावे मुजफ्फरपुरक एडीसीपी दिवेश कुमार शर्मा, मुंगेरक एडीसीपी सीमा कुमारी, अररियाक एडीसीपी घनश्याम रविदास, मधुबनीक कुमार सत्यकाम, भागलपुरक गीतांजलि प्रसाद आ भोजपुरकेँ तत्कालीन एडीसीसी आलोक रंजनकें सेहो निलंबित क’ देल गेल अछि। दू दिनक कार्रवाईमे मधेपुरा, गया, मोतिहारी, मधुबनी सहित अन्य जिलाक अधिकारी लोकनि सेहो शामिल छथि। बतादी जे टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज, मुंबईक कोशिश टीम द्वारा देल गेल सामाजिक अंकेक्षण रिपोर्टमे बचियासभ पर प्रताड़नाक जानकारी देल गेल छल। संगहि 26 मई 2018 कें राज्य स्तरीय बैठकमे निर्देश सेहो देल गेल छल मुदा एकर बाबजूद अधिकारी सभ द्वारा लापरवाही कएल गेल। अधिकारी सभ बालिका गृहक वस्तुस्थितिसँ उच्चाधिकारी लोकनिकेँ अवगत नै करबैत छलाह।