नई दिल्ली, मिथिला मिरर: उत्तर बिहारकेँ 20 जिलाक लेल एकटा अलग मिथिला डेवलपमेंट बोर्डक मांग लेल आगामी ५ अगस्त क’ एमएसयू दिल्लीमे जनाक्रोश रैली करय जा रहल अछि। मिथिलाक अपन अलग सांस्कृतिक, ऐतिहासिक आ राजनीतिक पहिचान रहल अछि। मिथिलाक सभटा औद्योगिक कल-कारखाना जेना चीनी मिल, जुट मिल, पेपर मिल, सिल्क मिल, खादी भंडार इत्यादि सभ बंद पड़ल अछि। बाढिक समस्याकेँ कुनो स्थायी निदान सरकार लग नै छनि। मिथिलासँ पलायन एकटा अभिशाप बनि गेल अछि संगहि मिथिला लगभग हरेक क्षेत्र जेना आर्थिक-शैक्षणिक-स्वास्थ्य-सामाजिक-राजनीतिक आदि सँ बिहारक अन्य क्षेत्रक अपेक्षा बेसिए पिछड़ल अछि एतबे नहि देशक अन्य क्षेत्रक तुलनामे एकर स्तर निम्नतम अछि। एमएसयू मांग क’ रहल अछि जे बंद पड़ल कल-कारखानाके दुबारा चालू करू, बाढ़ि आ सुखार जेहन समस्याक स्थायी समाधान लेल एकटा अलग कमीटीक गठन, हरेक जिलामे स्पेशल एजुकेशन जोन, आइआइएम, आइआइटी आ एम्सक मांग क’ रहल छैथ। एहि कारणसँ मिथिला क्षेत्र पर विशेष ध्यान देबाक आवश्यकता छैक। बतादी जे भारतीय संविधानमे विकासक आधार पर एहन क्षेत्रक लेल विशेष व्यवस्थाक बात सेहो कहल गेल अछि। मिथिला स्वतः सेपरेट डेवलपमेंट बोर्डक लेल अधिकारी अछि मुदा शुरूए सँ एहि क्षेत्रके राजनितिक-आर्थिक-सामाजिक रूपसँ उपेक्षित राखल गेल। एहि हालातकेँ बदलबाक लेल आगामी ५ अगस्तकेँ “मिथिला स्टूडेंट यूनियन (MSU)” दिल्लीमे संसदकेँ मानसून सत्रमे मंडी हॉउस सँ संसद मार्ग धरि लॉन्ग मार्चक आयोजन करय जा रहल अछि।