दिल्ली-मिथिला मिररः राष्ट्रीय लाक समता पार्टीक अध्यक्ष आ केन्द्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा जल्दीए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन अर्थात एनडीएसँ अलग हेबाक घोषणा क’ सकैत छथि। मोतीहारीमे आयोजित एकटा जनसभामे राष्ट्र कवि रामधारी सिंह दिनकरक कविता ‘‘याचना नहीं अब रण होगा’’ पढ़ैत, कुशवाहा अपन बिद्रोही तेवर देखौलनि। कुशवाहा नीतीश कुमार पर हमला करैत कहला जे बिहार नीतीश अगुआईमे बिहारक 15 साल बेकार गेल। ई सर्व विदित अछि जे उपेन्द्र कुशवाहा आ नीतीश कुमारक राजनीतिक संबंध नीक नहि रहल अछि। एहनमे नीतीश कुमार किन्नो नैँ चाहता जे उपेन्द्र कुशवाहा एनडीएक हिस्सा बनथि।
किछु दिन पूर्व नीतीश कुमार उपेन्द्र कुशवाहाकेँ परोक्ष रूपसँ नीच कहने छलाह, जकरा बाद नीतीश कुमार आ उपेन्द्र कुशवाहा एक-दोसराक आमने-सामने आबि गेल छथि। नीतीशक बयानकेँ बाद बिहार उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ट्वीट क’ कहने छलथि जे किछु गोटे बिहारक राजनीतिमे शहीद होमए चाहैत छथि। एहि बयानसँ छटपटाएल कुशवाहा बिहार भाजपा नेतृत्व पर सेहो हमला करैत कहला जे बिहार भाजपा नेतृत्व नीतीश कुमारक सामने नतमस्तक भ’ गेल अछि। विगत दिन दिल्लीमे भाजपा अध्यक्ष अमित शाह आ नीतीश कुमारक भेल भेंटघांट आ बराबर सीट पर चुनाव लड़बाक घोषणाक बादसँ उपेन्द्र कुशवाहा एनडीएमे दबाव बनेवाक कोशिश करैत रहलाह। मुदा हुनकर दू गोट विधायक आ एकटा सांसदकेँ जदयूमे शामिल हेबाक बातसँ कुशवाहा आ नीतीश कुमारमे आओर बेसी दूरी साफ देखाए लागल।
खबरि आबि रहल अछि जे उपेन्द्र कुशवाहा जल्दीए एनडीएसँ त्याग पत्र द’ महागठबंधनक हिस्सा बनि सकैत छथि। एहि संदर्भमे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी संग उपेन्द्र कुशवाहाक मुलाकात 10 दिसंबर क’ भ’ सकैत अछि। हालांकि कुशवाहा जोर द’ एहि बातकेँ कहलाजे बीजेपी जनताकेँ मंदिरक मुद्दा पर लोककेँ भटकाबए चाहैत अछि, मुदा हम देशमे शिक्षा पर जोर देबाक कोशिशमे लागल रहलहुँ।