मिथिला के प्रांगण मे
घरे घरे आँगन मे
अरिपन संग ओरियान
अयलनि अनंत भगवान ।
चौदह गेंठ के रेशम डोरा
लाल पीयर कुमकुम
सब रंग जोड़ा
बच्चा लेल फनंत प्रमाण
अयलनि अनंत भगवान ।
आदि काल पूजल कौन्डिल शीला
बिष्णु केर देखल अजगुत लीला
छन्ने मे भेला धनवान
अयलनि अनंत भगवान ।
पसरल देखू भरि गामक डाली
पूरी हलुआ संग दही केर प्याली
धूप दीप फूल और पान
अयलनि अनंत भगवान ।
मिथिला मे घर घर सब दिन पाबनि
दीप जरय अखनहुँ राखि उपर लाबनि
मणिकांतक भेल दियमान
अयलनि अनंत भगवान ।।
मणिकांत झा , दरभंगा ।
अनंत चतुर्दशी