समस्तीपुर, मिथिला मिरर: मनरेगाक संचालन मे भारी अनियमितताक बावजूद प्रशासन चुपचाप बैसल अछि। कार्य स्थल पर सूचना पट, मजदूरक सूची समेत बहुतो जानकारी अंकित नहि कायल जा रहल अछि। रोजगार सेवक द्वारा बिचौलियाक माध्यम सं बिना मजदूरक ट्रैक्टर एवं जेसीबीक मददि सं काज भय रहल अछि। जहन कि गामक मजदूरक पलायन भय रहल अछि।
माहे पंचायत मे स्थल विकासक काज चलि रहल अछि। मुदा, पंचायत एवं प्रखंड मनरेगा कार्यालय मे अभिलेख तक नहि खुजल अछि। जाहि के कारण पीओ उक्त काज के अप्पन काज बताबय सं मना कय रहल छथि ओतहि प्रखंड विकास पदाधिकारी जयकिशन निर्माणक शिकायत नहि प्राप्त हेबाक बात कय रहल छथि।
सूत्रक अनुसार बिना कोनो अभिलेखक योजनाक काज पूरा भय रहल अछि आ ओहि के बाद अभिलेख खोलि कय भुगतान कय देल जा रहल अछि। जाहि मे बिचौलियाक मददि सं किछु फर्जी मजदूरक नाम पर भुगतान लेल जा रहल अछि। मनरेगा योजना के संचालन मे ई नव खेल भले ही उच्चाधिकारी के नहि पता हो मुदा सिघिया प्रखंड मे ई खेल प्राय: सब पंचायत मे चलि रहल अछि। जाहि मे अभियंता, रोजगार सेवक, बिचौलियाक संगहि स्थानीय अधिकारीक संलिप्तता सं मना नहि कायल जा सकैत अछि।