दिल्ली, मिथिला मिरर: अंग्रेजी के प्रख्यात शिक्षक एवं प्रतिष्ठित लेखक डॉ. बीरबल झा’क नाम शिक्षा एवं लेखन क्षेत्र मे अद्वितीय योगदानक लेल पद्मश्री पुरस्कार-2017 के लेल प्रस्तावित कायल गेल अछि।विज्ञप्ति के अनुसार, 44 वर्षीय बीरबल झा बहुत जल्दि लाखो बेरोजगार युवक के कौशल विकास के माध्यम स हुनकर रोजगारपरक विकास करबा मे महत्वपूर्ण योगदान देलनि। हुनकर ई उपलब्धि हुनका युवा वर्गक बीच ‘रोल मॉडल’ बनबैत छन्हि।
बीरबल झा विगत किछु दिन सं अप्पन जन्मभूमि मिथिलांचलक सामाजिक, सांस्कृतिक तथा आर्थिक विकासक लेल ‘पाग बचाउ अभियान’ शुरू केलाह, जाहि के काफी सफलता भेटलनि। बीरबल झा’क नाम पद्मश्री के लेल प्रस्तावित करैत ऑब्जर्वर, डॉन एहेन प्रतिष्ठित पत्रिका के पूर्व प्रबंध संपादक तथा कारवां, वीमेन्स एरा, अलाइव, चंपक एहेन प्रतिष्ठ पत्रिका स जुड़ल रहय बला अच्युत नाथ झा कहलनि जे, बिहार के मधुबनी जिला के अत्यंत पिछड़ल गाम मे जनमल बीरबल झा वर्ष 1993 मे ब्रिटिश लिंग्वा नामक संस्थानक स्थापना केलनि। तहिया सं आई धरि हुनकर मार्गदर्शन मे अहि संस्थानक द्वारा लाखो छात्र के अंग्रेजी बजबाक क्षमता मे विकासक माध्यम स सरकारी एवं निजी क्षेत्र मे रोजगार प्राप्त करबा लायक बनौलनि।
ओ कहलनि जे, स्पोकेन इंगलिश, ब्रिटिश लिंग्वा आ डॉ. बीरबल झा एक दोसराक पर्यायवाची बनि गेलाह।संगहि ‘सेलिब्रेट योर लाइफ’ तथा ‘इंगलिशिया बोली’ पुस्तकक लेखक बीरबल अंग्रेजी मे दर्जनो अन्य पुस्तकक रचना एवं प्रकाशन केलनि। हिनका द्वारा लिखित ‘स्पोकेन इंगलिश किट’ के एखन धरि लाखो प्रति बिका चुकल अछि।
ओ कहलनि जे देशक राजधानी दिल्ली स लय क पटना, मधुबनी एवं जगह-जगह सम्मेलन, मार्च, गोष्ठी आदि के माध्यम स मिथिलांचल के सर्वागीण विकासक लेल प्रयासरत बीरबल झा ‘पद्मश्री’ सम्मानक सर्वथा योग्य छथि।हैं।