मधुबनी-मिथिला मिररः गर्मी शनैः-शनैः अपन जुआनी दिस बढि़ रहल अछि आ एहन मे गाम होे अथवा शहर सौसे शीतल पेय अर्थात ‘शाॅफ्ट ड्रिक’क मांग सेहो बहुत बेसी बढि़ जाइत छैक। एक्कैसम सदी मे विकसित होइत मिथिला मे सेहो आब कुशियारक रस, दहीक लस्सी ओ आमक गारा, बेलक शर्बत सं बेसी शीतल पेय पदार्थक बिक्री आम बात भ गेल अछि, एहन मे रौद मे हकासल पियासल बटोही आब बेसी सं बेसी बोतल बंद पाइनक डिब्बा ओ कि शीतल पेय पदार्थ वस्तु बिक्री पर बेसी जोर द रहलखीन अछि।
गर्मी मे ग्राहकक मजबूरी कें देखैत अहि तरहक वस्तु बेचिनाहर चांदी कटि रहल छन्हि आ ओ लोकैन्हि एकटक गिद्ध जेना दिन भैर आम ग्राहकक शोनित पिबा मे आ बोटि नोचि खेबा मे तत्पर्य रहैत छैथ। जी हां, आई अपने सब कें मधुबनी जिला मुख्यालय मे आम ग्राहकक संग भ रहल दैनिक लूट-खसोट सं अवगत करायव। जौं अपने मधुबनी मे रहैत छी त एकरा बातक बहुत बेसी छगुन्ता अहांकें लागत आ ओ अछि न्यूनत खुदरा मुल्य सं बेसी टका आम जनता सं उगाही।
मधुबनी, राजनगर, जयनगर सहित मिथिलाक ओ समस्त छोट-मोट जगह मे जौं अपने कोनो दुकान पर चलि जायब आ दोकानदार सं शीतल पेय मांगवैन्ह त एकटा बात अहां के आम सुनाई मे भेटत आ ओ अछि प्रति बोतल ‘5’ टका बेसी। अगर अहां विस्मित भय हुनका सं अहि बात पर प्रश्न करैत छियैन्ह कि कियैक पांच टका बेसी? त हुनकर जवाब भेटत कि पांच टका शीतल पेय कें ठंढ़ा करवाक दाम छैक। आब रौदायल ग्राहकक लग अहि बातक कोनो जवाब नहि रहि जाइत छैन्ह, या त ओ पांच टका बेसी द समान खरिदौथ अन्यथा दोकान पर सं वापस धुमि आवौथ आ नहि त कने काल दोकानदार संग बहस करौथ। मुदा परिणाम मे कोनो विशेष अंतर नहि देखवा मे औतनि।
प्रतिदिन हजारोक संख्या मे आम जनताक संग दिन देखार भ रहल गरदैनकट्टी पर नहि त स्थानीय मीडिया किछु लिखवाक लेल तैयार अछि आ नहि जिला प्रशासन कें अहि बातक कोनो जानकारी छैक कि ओकरा नाकक नीचा कोन तरहक उगाही सरेआग कैल जा रहल अछि। सरकारक उपभोक्ता मामलाक मंत्रालय विज्ञापन अपने लोकैन्हि प्रतिदिन रेडियो ओ टीवीक माध्यम सं सुनैत हैव कि ग्राहक अधिकत्म खुदरा मुल्य पर तोल-मोल क सकैत छैथ आ ई आम ग्राहकक अधिकार छी।
दुकानदारक रौब एतेक बेसी छैक कि जौं अहां अहि बातक चर्चा करब त ओ अहां कें वस्तु बेचवा सं साफ मना क देत। आब बात त एहने भेल जे ‘एक त चोरी आ दोसर सीना जोरी’ एहन मे मिथिल मिरर अहि बात कें आम जनता तक अनवाक फैसला लेलक अछि आ आब अहि तरहक लूट खसोट सं आम जनता ओ प्रशासन कें अवगत करा कथित रूप सं आम जनता संग उगाही क रहल बिक्रेता लोकनिक मनोबल पर चोट कय आम जनता के जेब कें बचा सकै। निश्चित रूपहिं ई एकटा गंभीर विषय अछि आ मिथिला मिरर आम ग्राहक सं आग्रह करैत अछि कि अपने सब जौं मधुबनी ओ कि मिथिलाक कोनो आन शहर मे एहन तरहक मामला देखि त पूरजोर ढंग सं ओकर विरोध करी आ मिथिला मिरर तक अपन बात पहुंचाबी।