दिल्ली-मिथिला मिररः मिथिलालोक पाग बचाउ अभियानमे आयल विभिन्न क्षेत्रक सिद्धस्त चेहरा आ सम्मानित व्यक्तित्व डाॅ. बीरबल झा कें काज कें दुनू हाथ सं थोपड़ी बजा समर्थन कैलनि। अपन अभिभाषणमे दिल्लीमे मिथिला-मैथिलीक सब सं पुरान चेहरा आ अखिल भारतीय मिथिला संघक अध्यक्ष विजय चंद्र झा कहलनि जे हम दिल्लीमे चारि दशक सं बेसी सं मिथिला-मैथिली कय रहल छी मुदा हम जे काज साढ़े चारि दशकक अपन कार्यकालमे नहि कय सकलौह ओकरा बीरबल झा सहज रूप सं संपादित कय देलनि। संस्थाकें पूर्ण समर्थन दैत विजय चंद्र झा, बीरबल झा कें कहलनि जे कने सांस्कृतिक परंपरा कें देखैत एक बेर संस्कृतक विद्वान सं संपर्क कय लेल जाय जे पाग कें स्त्री आ बच्चा कें पहिराओल जाय कि नहि?
हालांकि विजय चंद्र झा कें जिज्ञासा कें जवाब दैत संस्कृतक विद्वान आ दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफेंस काॅलेज कें प्रोफेसर पंकज मिश्र कहलनि जे बच्चा आ स्त्रीकें पाग पहिरेबामे कोनो तरहक दिक्कत नहि छैक। जौं अगर किनको कोनो दिक्कत छन्हि त फेर बच्चा कें लाल पाग नहि पहिरा ओकरा कोनो दोसर रंगक पाग पहिराओल जा सकैत अछि। प्रोफेसर मिश्र कहलनि जे हमरा सब पाग कें सांस्कृतिक रीति रिवाज सं जोड़ि कय रखने छी मुदा पागक मूल अर्थ मैथिलक सम्मान सं अछि। सर्वोच्च न्यायालयक न्यायमूर्ति ज्ञान सुधा मिश्र एकरा अपन सम्मान बतवैत कहलनि जे स्त्रीगणक माथ पर पाग मिथिलाक प्रगतिक नव सूचन बनत।
तहिना वित्त मंत्रालय मे मुख्य सतर्कता अधिकारी आ भारतीय प्रशासिनक सेवा कें वरिष्ठ आईपीएस संजय कुमार झा कहला जे प्रायः सब धर्म आ संस्थान मे पाथ पर पाग आ कि टोपी पहिरवाक परंपरा रहलैक अछि मुदा अपन पाग पाथ पर टिक नहि पावैत छल ताहि डर सं हमरा सब पाग नहि पहिरैत छलौह मुदा आई अहि पाग कें देखी मोन गदगद भय गेल आ हमरा सन सैकड़ों लाखों लोकक जे शिकायत छलन्हि ओकरा बीरबल झा साकार कय देलनि।
ओम्हर बिहार विधान पिरषदक पूर्व सदस्य आ बिहार फाॅउंडेशकन उपाध्यक्ष संजय कुमार झा कहला जे हम अहि अभियान कें देखि अह्लादित छी आ अहि आंदोलन कें जतेक आगू लय जायब ओ कम हेतैक। संगहि संजय झा संस्थाकें कहलनि जे अहिकें डिजाइन पर किछु आओर काज कय किछु एहन स्वरूप देल जाय जाहि सं लोक ओकरा जाड़क समय मे सेहो सहज रूप सं एकरा धारण कय सकै।