मिथिला मिरर: केंद्र सरकार बुद्धदिन बरौनी सहित तीन अन्य बंद पड़ल यूरिया संयंत्र के पुनरोद्धारक प्रस्ताव के मंजूरी देलक, जाहि पर 18,000 करोड़ रुपैयाक लागतक अनुमान लगाओल जा रहल अछि। मानल जा रहल अछि कि अहि पाछु सरकारक मकसद पूर्वी राज्यक मांग के पूरा करबाक संग-संग यूरिया उत्पादन मे भारत के आत्मनिर्भ बनेबाक अछि।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीक अध्यक्षता में भेल केंद्रीय मंत्रिमण्डलक बैठक मे तीन बंद उर्वरक इकाई के पुनरोद्धार के मंजूरी प्रदान कायल गेल, जाहि मे प्रत्येक इकाई के क्षमता 12.7 लाख टन प्रतिवर्ष अछि।
ज्ञात हो कि फर्टिलाइजर कापरेशन इंडिया लिमिटेड (एफसीआईएल) के सिन्द्री (झारखंड) और गोरखपुर (उत्तर प्रदेश) के यूरिया संयंत्र बंद पड़ल अछि, जहन कि हिन्दुस्तान फर्टिलाइजर्स कापरेरेशन लिमिटेड (एचएफसीएल) के बरौनी के यूरिया कारखाना मे उत्पादन ठप अछि।