आखिर भारतीय मिथिला किएक नहि दय पाबि रहल अछि रूपा, करूणा आ आरती?

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    दिल्ली-मिथिला मिररः बात चाहे भारतीय मिथिलाक हो अथवा नेपाली मिथिलाक, दुनू जगह मैथिली भाषा आम जनमानस सं सत्ताक सरोकार तक एकटा खास महत्व राखि रहल अछि। भारतमे त मैथिली भाषाकें संवैधानिक भाषाक रूपमे दर्जा भेट गेलैक मुदा नेपाल मे मैथिली दोसर सब सं बेसी बाजय जाए बला भाषा होइतो अपन अधिकारक लेल लडि़ रहल अछि। मुदा जौं क्रिया-क्लाप आ गतिविधिक रूपें दुनू मिथिलाकें मुल्यांकन करी त नेपाली मिथिला भारतीय मिथिला सं कतेको साल आगू आ सार्थक गतिविधिमे शामिल भेटत।
    अहिठाम एकटा बात सोचय वला अछि जे नेपालमे नव संविधान बनलाक बाद मैथिलजन अपना आपकें अपन अधिकार लेवाक लेल दिन-राइत आहूति दय आंदोलनमे लागल रहितो मिथिला-मैथिली आंदोलनकें एकटा नव दिशा प्रदान करवाक कोशिश कय रहल छथि त दक्षिणी मिथिला अर्थात भारतीय मिथिलामे अखनो धरि ओहि दिस लोकक ओहि तरहें नहि जुडि़ सकल अछि जेना कि नेपालमे मैथिलजन मैथिलीक प्रति अपन उद्गार देखा रहला अछि।
    वर्तमान समयमे मिथिलाक दुनू भागमे हमरा सब कतौ ने कतौ अपना अधिकारकें हासिल करवाक लेल लडि़ रहल छी आ एहनमे जौं अहि आंदोलन किछु मैथिलानी आगू अवैथ त फेर अहि सं नीक बात आओर की हैत। इतिहास गवाही दैत अछि जे कोनो देश अथवा कोनो भी आंदोलन ता धरि सफल नहि भेल जा धरि ओहि आंदोलनमे महिला वर्ग पुरूषक कान्ह सं कान्ह मिलाा कऽ ओहि आंदोलनमे अपन महत्वपूर्ण योगदान नहि देने होइथ।
    वर्तमानमे मिथिला-मैथिली आंदोलन दुनू पार मिथिलामे सक्रिय रूप लय चुकल अछि मुदा अहिमे भारतीय मिथिला कतौ ने कतौ महिला नेतृत्वक अभाव महसूस कय रहल अछि जखन कि नेपाली मिथिलामे तीन गेाट एहन मिथिला नेत्रीक नाम उभैर क सामने आयल अछि जे जमीन सं लय सोशल मीडिया पर अपन दमदार उपस्थिति दर्ज करवा रहलीह अछि। अहिक्रम मे सब सं पहिल नाम आवैत अछि कांतीपुर एफएम सं मैथिली भाषाक सर्वश्रेष्ठ रेडियो कार्यक्रम रमपम हेल्लो-मिथिलाक संचालिका सह मिथिला-मैथिलीक स्थापित गायिका सह राजनीति एवं समाज सेवामे अपन विशिष्ट योगदान दय रहल रूपा झा केर।
    रूपा झा नहि सिर्फ रेडियो आ आंदोलनमे मिथिलाक अवाज छथि जखन कि मैथिली महिलाक लेल घर सं बाहर आवैक लेल एकटा प्रेरणाक स्त्रोत छथि। हालांकि रूपा झा केर लेल इ काज कोनो सहज नहि रहल हेतनि मुदा जाहि स्त्रीक संग धीरेन्द्र प्रेमर्षि सन पतिक सहयोग आ नेतृत्व हो ओहिठाम कोनो तरहक दिक्कतक प्रश्ने नहि उठि सकैत अछि।
    अहि श्रृंखलाक दोसर नाम छथि करूणा झा। करूणा झा एकटा एहन मैथिली महिला अभियानी छथि जे नेपाल सं लय भारतीय मिथिला आ भारतीय राजधानी दिल्लीक तकमे होइवला मैथिली कार्यक्रम मे अपन महत्वपूर्ण योगदान दय रहलीह अछि। करूणा झा नेपालक राजविराज मे सीएफएम नामक एकटा रेडियो मालकिन छथि। जाहि मैथिल समाजमे पागकें वर्ण विशेष आ जाति विशेष पर बंटलाक बाद, ओहि पाग पर महिलाक कोनो हक नहि हेवाक बात कहैत रहल अछि ओहि मैथिल समाजमे मंच पर बैस पाग पहिरवाक दुःसाहस करैत रहलीह अछि। रूपा झा केर जेना करूणा झाक संग सेहो हुनकर सबलता प्रदान करवाक लेल हुनकर पति शैलेन्द्र मोहन झा केर हाथ छन्हि, आ ओहिकें बल पर करूणा झा नेपाल आ भारतीय मिथिलामे मिथिला-मैथिली आंदोलनकें आगू करवामे अपन महत्वपूर्ण योगदान दय रहलीह अछि।
    अहि श्रृंखलामे तेसर आ महत्वपूर्ण नाम अछि आरती झा केर। आरती झा मिथिला-मैथिली आंदोलनमे बढि़-चढि़ कऽ हिस्सा लैत रहलीह अछि। भारतीय मिथिला क्षेत्रक जे कियो मिथिला-मैथिली सेनानी छथि ओ आरती झा सं बहुत बेसी प्रभावित छथि आ आरती झाक सहयोग मिथिलाक ओहि समस्त संगठनकें भेटैत रहलनि अछि जे मिथिला-मैथिली आंदोलनमे किछु सार्थक योगदान दैत रहल अछि। मैथिलजन दिल्ली आ पटना जतय आंदोलन केलन्हि आ ओहिठाम आरती कें आमंत्रित कैल गेलनि त ओ ओहि आंदोलनमे निश्चित रूपहिं पहुंचलीह। जाहि समाजमे स्त्रीकें घर सं बाहर निकलवाक इजाजत नहि हो ओहि समाजमे जौं एकटा मैथिलानी प्रखरताक संग मिथिला-मैथिलीक आंदोलन संग ठाढ़ रहलीह। आरतीक लेल इ सहज नहि छलनि मुदा अहु ठाम हुनक पति डाॅ. अखिलेश झा केर बहुमुल्य योगदान रहलनि अछि।
    आरती जाहि आंदोलनमे जेवाक बाद कैलनि ओहिठाम डाॅ.अखिलेश झा सहज रूपसं हुनका लय पहुंचलैथ। डाॅ. अखिलेश झा सपरिवार एखन मिथिला सं दूर मालदीव मे छथि आ आरती ओहो ठाम सोशल मीडियाक माध्यम सं अपन योगदान दय रहलीह अछि। आरती ‘सखी-बहिनपा’ नामक एकटा मैथिली महिलाक विशुद्ध ग्रुप चला रहलीह अछि ओ ओहि माध्यम सं मैथिल महिलाकें आंदोलनक लेल प्रेरित कय रहलीह अछि।
    अपने जे तीनू नाम कें विषयमे जनलौहि ओ तीनू सोशल मीडिया पर बहुत बेसी सक्रिय छथि आ अपना-अपना क्षेत्रमे अपन बहुमुल्य योगदान दय रहलीह अछि। मुदा अहि तीनू नामक पाछा जे नाम ठाढ़ अछि ओ समस्त नाम धीरेन्द्र प्रेमर्षि, शैलेन्द्र मोहन झा आ डाॅ. अखिलेश झा कें अहि साहसिक डेग बढ़ेवाक लेल हुनका मिथिला मिरर नमन कय रहल छन्हि।
    हालांकि एहन नहि छैक जे भारतीय मिथिलामे मैथिलानी सक्रिय नहि छथि, अपन कलम सं मिथिला-मैथिलीक सेवा डाॅ. शेफालिका वर्मा, आशा मिश्रा, उषा किरण खान, गोवाक राज्यपाल आ समग्र मैथिलानी मृदुला सिन्हा सहित दर्जनो युवती वर्गक नाम अहि श्रृंखलामे शामिल अछि तथापि मिथिला-मैथिली आंदोलनकें एखन बहुत रास रूपा, करूणा आ आरतीक खगदा अहि आ जौं अहि दिशामे भारतीय मिथिलाक मैथिलानी आगू औतीह त अहि सं मिथिला आंदोलन निश्चित रूपहिं एकटा नव आयाम कायम करत अहिमे कोनो शक नहि।