संस्कृत ई जर्नल ‘जाह्नवीकें’ नब अंकक लोकार्पण कएल गेल

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    मिथिला मिरर: रविदिन चेन्नै स्थित कर्णाटक संघ सभागार में ‘जाह्नवी संस्कृत ई जर्नल’ त्रैमासिक पत्रिकाकें 29म अङ्कक लोकार्पण कएल गेल। लोकार्पणकर्ता राष्ट्रपति सम्मानित विद्यावाचस्पति डॉ. वी. प्रभञ्जनाचार्य कहलनि जे, प्रौद्योगिक युगमें जाह्नवी ई जर्नलके महत्त्व आवश्यकता प्रतीत होइत अछि। प्रिंट पत्रिका द्वारा सीमित लोक तक शोध आलेख पहुंचैत अछि मुदा ई जर्नल द्वारा नहि केवल देश अपितु विदेशोमे संस्कृत भाषाक प्रचार-प्रसारक संग शोधक आदान प्रदान कयल जाइत अछि। उद्घाटनकर्ता डॉ. प्रभञ्जनाचार्य कहलनि जे, संस्कृत जगतके प्रथम अंतर्राष्ट्रीय मानक प्राप्त ई जर्नलक 29म अङ्कक लोकार्पण करैत अत्यन्त प्रसन्नताक अनुभव भय रहल अछि।

    संस्कृत भाषाक प्रथम ई जर्नल जाह्नवीके प्रधान सम्पादक लगमा आदर्श संस्कृत महाविद्यालयकें व्याकरण विभागाध्यक्ष विद्यावाचस्पति डॉ. सदानन्द झा, सम्पादक डॉ. रामसेवक झा छथि। जर्नलके प्रकाशक डॉ. बिपिन कुमार झा कहलनि जे, देश-विदेशमे संस्कृत भाषाक प्रचार-प्रसार एवं शोध आलेखमे गुणवत्ता वर्द्धनक लेल जाह्नवी ई जर्नलके स्थापना कएल गेल अछि। एहि जर्नलके सर्वप्रथम 20 जनवरी 2010 कए तिरुपति विद्यापीठक तात्कालिक कुलपति प्रो. हरेकृष्ण शतपथीक कर-कमल सं कएल गेल छल।

    तकरा बाद एखन धरि क्रमश: वाराणसी (बीएचयू), उजान (दरभंगा), दिल्ली संस्कृत विद्यापीठ, आर.के. कॉलेज मधुबनी, दरभंगा, चंडीगढ़ सहित अटलाण्टा (यूएसए) सहित अनेक प्रमुख शहरमे संस्कृत साहित्य मूर्धन्य विद्वान लोकनि आ शिकषाविद सभ द्वारा कएल गेल छल। जाह्नवी ई जर्नलक सम्पादित करबामे डॉ. सदानन्द झा, डॉ. बिपिन कुमार झा, डॉ. रामसेवक झा, डॉ. प्रदीप कुमार झा, डॉ. सुमन, डॉ. सरिता डा सुनील, डॉ. श्रीनाथ सहित अनेक  लोकक महत्वपूर्ण योगदान रहल अछि।

    प्रकाशक डॉ. झा कहलनि जे, आगूक अङ्क हेतु अपन शोध आलेख जुलाई मास तक संस्कृत-हिन्दी-अंग्रेजी भाषामे पठाओल जा सकैत् अछि। विशेष विवरण ई जर्नलक मुख्य बेबसाईट  www.jahnavisanskritejournal.in पर देखल जा सकैत अछि।