देशक राजनीतिक सब स खराब दौर ?

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    देशक राजनीति किछु साल सं अपन सबस खराब दौर सं गुजरी रहल अछि। अहि सं पहिले शायद आहा राजनीतिक एहन दौर नहि देखने होयब । भ सकैत अछि जे आहा देखनोहो होयब मुदा हाम त नहि देखने रही। आहा कहब जे हाम एखन राजनीतिये कतेक देखलउ मुदा एक टा रानेताक बेटा होबय खातिर हाम राजनीति कए बच्चे सं बहुत नजदीक से देखलउ, जानलउ, समझलउ आओर परखलउ।

    राजनीति मे हरदम विरोधी कए नीचा देखेबाक आओर अपना आप कए उपर देखेबाक परंपरा रहल आओर शायद अहि कए बिना राजनीति संभवो नहि अछि। मुदा इ सब हरदम एक टा दायरा आओर मर्यादा मे होइत रहल। मुदा पिछला किछु साल मे जाहि तरहे केवल दोसर के नीचा देखाबक परंपरा चलल ओ देश और देशक जनताक लेल बहुत घातक अछि। अहि सं आम जनक हित कए मुद्दा गायब भेल जाइत अछि। सबटा ताकत केवल अहि पर झोइक देल जाइत अछि जे कए देशभक्त अहि त कए देशद्रोही, कए दलित आओर अल्पसंख्यकक हितैषी अछि त कए दुश्मन सबहक केवल एकहि टा मकसद रही गेल जे कोनो तरहे सत्ता कए हथियेबाक अछि।

    हाम देखने छी जे देश मे कोनो आतंकी हमला कए बाद देश एक जुट भ जाइत छल, चाहे ओ कोनो राजनीतिक दल होइथ या समाज कए कोनो आदमी। मुदा आई आतंकी कए सवाल पर देश जेना बइट गेल अछि या इ कहू जे बाइट देल गेल अछि। जतय सत्ता पक्ष राष्ट्रभक्ति कए राग अलापि विपक्ष कए देशद्रोही साबित करइ पर लागल अछि त दोसर दिस विपक्ष सत्ता पक्ष पर देश भक्ति कए खौफ पैदा कए अपन असफलता नुकेबाक आरोप लगा रहल अछि।

    एहि सबहक बीच संसद या त चलबे नहि करैत अछि या चलितो अछि त केवल अहि मे समय निकाइल देल जाइत अछि जे रोहित दलित छला कि नहि, कन्हैया देशद्रोही अछि कि नहि, इशरत आतंकी छल कि नहि। अही सब सवाल लेल जनता हिनका सब कए संसद भेजला अछि ? हाम इ नहि कहेत छी जे अहि मुद्दा पर बहस नहि हुए, अहि सब मुद्दा पर बहस हुए मुदा अपन राजनीतिक रोटी सेंकबाक खातिर नहि। कन्हैया कए जाहि तरहे सरकार आओर विपक्ष मिल कए हीरो बना देलक बिना किछु साबित भेने, कि ओ सही अछि ? कि अगर कन्हैया जांच मे देशद्रोही निकलत त विपक्ष देशक जनता सं माफी मगता आओर जनता माफ कए सकत या अगर इ साबित भेल जे कन्हैया देशक विरोध मे नारा नहि लगेने छल त सरकार सबहक सामने कन्हैया स माफी मगता ?

    याद करूं साल 2001, तखनो केंद्र मे बीजेपीए कए सरकार छल, आओर तखन लाल कृष्ण आडवाणी गृह मंत्री छला, आईयो बीजेपीए कए सरकार अछि, आओर एखन गृह मंत्री राजनाथ सिंह छाथि। तखनो 6 टा छात्र पर राजद्रोहक आरोप लागल छल, आई बेर 10 टा छात्र पर राजद्रोहक आरोप लागल अछि। ओहि समय दिल्ली यूनिवर्सिटी कए छात्र छला, त अहि बेर जेएनयूक छात्र। मुदा ओहि समयक आओर आजुक काहानी अलग अछि। ओहि समय अफगानिस्तान मे अमेरिकाक अतिक्रमण सं खिसीएल छात्र पर एहि खातिर देशद्रोहक आरोप लगेल गेल छल जे ओ सब अमेरिका कए खिलाफ पर्चा बांटने छला आओर अमेरिका कए साथ देबाक लेल भरतक नीति पर सवाल उठेने छला। मुदा ओहि समयक दिल्ली यूनिवर्सिटी कए वीसी तखन कए गृह मंत्री लाल कृष्ण आडवाणी सं मिलला आओर केवल 15 मिनट मे आडवाणी दिल्ली पुलिस सं छात्र पर सं देशद्रोहक आरोप हटेबाक लेल कहला। लेकिन एहि बेर ऐना बवाल मचल जे अहि स पूरा विश्व मे अपन देशक छविक नुकसान पहुंचल आओर देशद्रोहक आरोप झेल रहल कन्हैया कए पक्ष-विपक्ष मिल कए‘कृष्ण’बना देलक।

    आई सत्ताक चाह अहि राजनेता कए आंहर बना देने अछि ओ सत्ता कए पावए खातिर कोनो हद तक जा सकैत छथि। हमर पापा हरदम कहेत छला जे जखन आदमी कए कोनो चीजक बहुत ज्याद चाह होइत अछि त ओ बहुत घटिया बइन जाइत अछि आओर ओ कोनो किमत पर अपन चाहत कए पूरा करवाक कोशिश करैत कछि, ओहि खातिर ओ कोनो हद तक जा सकैत अछि। आई अहिना कुछ लागी रहल अछि।

    (इ लेखकक अपन विचार छन्हि आ अहि ब्लाॅग मे संपादकीय सहमतिक कोनो आवश्यकता नहि। पत्रकार ‘सोनू कुमार झा’ वाइस आॅफ नेशन देहरादून मे कार्यरत्त छथि आ किछु मैगजीन आ वेब मीडियाक लेल स्वतंत्र रूप सं सेहो लिख रहला अछि)