पूर्णिया, मिथिला मिरर: कोकिल कवि विद्यापति रचित गीत सहित मैथिली लोक गीतक गूंज सं रविदिन समुच्चा क्षेत्र गुंजायमान होईत रहल। अवसर छल विद्यापति स्मृति पर्व समारोहक। जकर आयोजन विद्यापति चेतना परिषद्क सौजन्य स कायल गेल छल। समारोहक उद्घाटन दीप प्रज्ज्वलन कय पूर्व सांसद उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह, पूर्व मंत्री लेशी सिंह, विधायक सह स्वागताध्यक्ष कृष्ण कुमार ऋषि, आशीष कुमार बब्बू सहित अनुमंडल पदाधिकारी मनोज कुमार, बीडीओ राघवेन्द्र कुमार, सीओ उपेन्द्र कुमार संयुक्त रूप स केलनि।
मुख्य अतिथी द्वारा वर्तमान परिवेश मे मैथिल कोकिल कवि विद्यापति रचित गीत के प्रेरणादायक बताओल गेल तथा हुनका द्वारा बताओल गेल मार्ग पर चलबाक बात कहल गेल। पूर्व मंत्री लेशी सिंह अप्पन संबोधन मे कहलनि जे, विद्यापति एहेन मूर्धन्य कवि छलाह जे, चाहैत छलाह जे सीमांचल एवं मिथिलांचल एक सूत्र मे बंधय एवं सबहक एकटा भाषा मैथिली हो।
समारोहक दौरान आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमक आगाज सुप्रसिद्ध लोकगायिका रंजना कुमारी झा के गीत जेहने किशोरी मोरी तैहने किशोर रे, विधना लगावल जोड़ी केहन बेजोड़ हे… सं भेल। अहि प्रकार उपस्थित लोक के उद्घोषक राम सेवक ठाकुर अप्पन अंदाज स हँसेबा मे कोनो कसरि नहि छोड़लनि।