दरभंगा, मिथिला मिरर: कामेश्वर सिंह दरभगा संस्कृत विश्विद्यालय’क शिक्षाशास्त्र विभाग मे दस दिवसीय संस्कृत सम्भाषण प्रशिक्षण वर्ग प्रारंभ भेल अछि। कुलपति डॉ. नीलिमा सिन्हाक संकल्प संस्कृत सब के बीच उद्देश्य के फलिभूत करैत प्रतीत भय रहल अछि। सम्भाषण वर्ग मे समाजक सब वर्गक भागीदारी भय रहल अच्छी।
नागेंद्र झा महिला कॉलेज, मिथिला महिला कॉलेज, सी.एम्. कॉलेज, स्नातकोत्तर संस्कृत विभाग के प्रतिभागीक संग आम नागरिकक भागीदारी संस्कृतक प्रति जागरूकता के इंगित करैत अछि। कक्षाक प्रथम सम्बोधन मे निदेशक, शिक्षा-शास्त्र विभाग डॉ. घनश्याम मिश्र कहलनि जे, भाषतेति भाषा यानी जे अहाँ सिखैत छी, ओकर निसंकोच व्यवहार करबाक चाही। तखने अहाँ अहि तरहक कार्यक्रम सं लाभान्वित भय सकब।
साहित्य विभागाध्यक्ष डॉ शक्तिनाथ झा कहलनि जे संस्कृत भाषाक अलौकिकता के दर्शाबैत पुनः संस्कृत के लोकवाणी बनाओल जा सकैत अछि। डॉ. मीना शास्त्री पुनः वर्ग आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त केलनि। डॉ. श्रवण चौधरी कहलनि जे, आय सम्पूर्ण विश्व मे संस्कृत वाणीक उपयोगिता बढ़ि रहल अछि।
दस दिवसीय संस्कृत सम्भाषण शिविरक प्रथम दिन वर्ग संचालित करैत प्रशिक्षक डॉ.रामसेवक झा कहलनि जे, कोनो व्यक्ति केवल लगातार 20 घंटा तक अहि प्रशिक्षण के प्राप्त कय धाराप्रवाह संस्कृत मे बात कय सकैत अछि।