राम नवमीं पर मणिकांत झा केर लिखल विशेष प्रस्तुति ‘पाहुन राम’

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    मधु के नवमी शुक्ल पक्ष
    जन्म लेलनि श्री राम
    अवध नगर मे शोर भेल
    बनल अयोध्या धाम
    हर्षित माता कौशल्या जी
    दशरथ पूरल मनकाम
    भगवानक अवतार कहेलहुँ
    जग भरि पसरल नाम
    जनकपुर मे जनकलली केर
    लागल छल स्वयंवर
    मुनि वशिष्ठ जी संगे अयलहुँ
    स्वयं वर बनि रधुवर
    धनुष उठाओल महादेव केर
    जनकक पूरल आश
    सीतारामक मधुर मिलन भेल
    रावण रहल उपास
    गर मे माला पुरूषोत्तम के
    देलनि दाइ किशोरी
    माय सुनैना परिछनि कैलनि
    आरती चंदन संग रोड़ी
    मिथिला धिया अवध मे गेली
    नहिरा भेल उदास
    ओत्तहु मंथरा केकइ चालिए
    भेलनि वन मे वास
    सोन मृगा संग ऐल दशानन
    हरण कयल वैदेही
    हनुमत लछुमन संगे पाहुन
    लंकाक उतारल ठेही
    मर्यादा पुरुषोत्तम बनलो पर
    भूमिजा संग नहि न्याय
    धरतीक धिया धरती तर मणि
    जाकय गेली समाय ।।
    मणिकांत झा, दरभंगा