बिहारमे जल्दिए लागू होयत सवर्ण आरक्षण कानून : नीतीश कुमार

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पटना, मिथिला मिरर:  सवर्ण आरक्षण कानून एकटा एहन कानून केंद्र सरकार द्वारा बनाओल गेल जाहिकेँ अंतर्गत जे वर्ग आरक्षणक अंतर्गत नै अबैत छल आ जे आर्थिक रुपें कमजोर छल हुनका सभकेँ शामिल कएल गेल अछि। जाहिसँ केंद्र सरकारक कोनो भर्ती आ विभिन्न शिक्षण संस्थानमे नामांकनमे फायदा भेटत। केंद्रक कानूनसँ इतर राज्य सरकार एहन तरहक कानून बना राज्य सेवामे लागु क’ सकैत छथि। बिहारक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सवर्ण आरक्षणकेँ ल’ एकटा बयान देलनि अछि जे जल्दिये बिहारमे सेहो सवर्ण आरक्षण कानून लागू कएल जायत। मुख्यमंत्री कहलनि जे एहि कानूनकेँ लागू करबा लेल राज्य सरकार पहिने एकर कानूनी पहलू सभकेँ देखत, तखन लागू कएल जायत। सरकार एहि पर जल्दिये फैसला करत। अति पिछड़ा वर्ग लेल अलगसँ आरक्षण होयबाक चाही आ एतबे नहि 2021 मे होमय वला जनगणना जातिगत आधारित हुए से जरूरी अछि। लोकसभा चुनावक तैयारि लेल नीतीश कुमार कहलनि जे फरवरीक अंत धरि तय भ’ जायत जे के कतय सँ चुनाव लड़त।

नीतीश कुमार आई पटनामे लोक संवाद बैसारकेँ बाद पत्रकार वार्तामे इ जानकारी देलनि। आरएसएस विचारक राकेश सिन्हाकेँ बयान पर सीएम कहलनि जे सभके अपन बात कहबाक अधिकार छनि, मुदा हर मुद्दा पर हमर स्टैंड साफ अछि। पटनामे काँग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधीकेँ होमय वला रैलीके बारे कहलनि जे देखबाक अछि जे ओ की पोल खोलताह? मुख्यमंत्री बतेलनी जे तीन मार्चक’ पटनाक गाँधी मैदानमे एनडीएकेँ सेहो रैली भ’ सकैत अछि, जाहि रैलीमे प्रधानमंत्री मोदी सेहो शामिल भ’ सकैत छथि। यूपीमे महागठबंधनसँ काँग्रेसके अलग रखवाक सवाल पर मुख्यमंत्री कहलनि जे हरेक राजनैतिक दलकेँ अपन निर्णय लेबाक अधिकार छनि। के किनका संग जेताह इ संबंधित पार्टीकेँ तय करबाक छनि।
सिटीजनशिप एमेंडमेंट बिल पर जदयू द्वारा विरोध कएल जेबाक प्रश्न पर मुख्यमंत्री कहलनि जे एकटा राजनीतिक दलक तौर पर इ हुनक राय अछि जे ककरो पहिचान पर प्रहार नै करबाक चाही। लोकसभामे काँग्रेस एहि बिल पर वाकआउट केने छल, जकर ओतय कोनो जरूरत नै छल। मुदा जँ राज्यसभामे कांग्रेस वाकआउट करैत अछि त’ समझी जेबाक चाही जे काँग्रेस एहि बिलक समर्थन करैत अछि। तीन तलाककेँ सवाल पर मुख्यमंत्री कहलनि जे  कोनो समाजमे हस्तक्षेप क’ कानून बनेनाइ उचित नहि।

बिहारक विधि-व्यवस्था आ मॉब लिंचिंगसँ जुड़ल घटनाके संबंधमे पूछल जेबा पर मुख्यमंत्री कहलनि जे बिहारमे लिंचिंग जेहन कोनो बात नै अछि। दरअसल इ स्वभावक समस्या थिक। एहि लेल कैंपेन चलेबाक चाही। समाजकेँ सेहो एहि दिशामे सार्थक पहल करबाक चाही।

बिहारमे कानून व्यवस्थाक की हाल अछि ककरोसँ छिपल नै अछि। एहन संयोगेसँ कोनो दिन बितैत अछि जाहि दिन कोनो आपराधिक घटनासँ बिहारवासी दू-चारी नै होइत छथि। एहनमे मुख्यमंत्री द्वारा नकारब कतेक सहि इ अहि सभ निर्णय करू।