उद्योग आ रोजगारसँ संभव होयत मिथिलाक विकास : संजय झा

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मिथिला मिरर, अहमदाबाद : मिथिला मिरर आ NSIC केर संयुक्त तत्वाधानमे Entrepreneurship, Employment & Start-up विषय पर आयोजित नेशनल मीडिया कॉन्क्लेव इडीआइ ऑडीटोरियम, गाँधीनगरमे मुख्य अतिथिकेँ रूपमे संबोधित करैत बिहार योजना परिषद्क सदस्य संजय झा कहलाह जे उद्योग आ रोजगारकेँ बिना मिथिलाक विकास संभव नै अछि। संजय झा मीडिया कॉन्क्लेवमे अपन बात रखैत कहलाह जे नब्बेकेँ दशकमे मिथिलासँ पलायन बेसी होमय लागल। किएक त’ लोक सभकेँ रोजगार नै भेट रहल छलनि। रोजी-रोटीक लेल लोकसभ दिल्ली, पंजाब, कलकत्ता, बॉम्बे, गुजरात आदि दिस जाय लगलाह, सवाल छलै दू जून रोटिक। लोकसभ मानि लेने छल जे बिहारमे कियौ नै ईमानदार मुख्यमंत्री भ’ सकैत अछि आ ओ जनताकेँ कोनो सुख सुविधा द’ सकैत छथि। चारू तरफ नकारात्मक आ निराशाकेँ माहौल छल, पलायन लोकक मजबूरी बनि गेल छल। मुदा समयकेँ संग मिथिलाक लोकसभमे धीरे-धीरे रोजगार आ व्यवसाय केर महत्व समझमे आबय लगलनि। बिहारमे एहन स्थिति छल जेना पूरा प्रदेशमे अराजकता पसरल होई, ने सड़क छल आ नै बिजली, लॉ एंड ऑर्डर नामक कोनो चीज नै छल। आब माहौल बदलि गेल अछि। पछिला 13 सालसँ नीतिश सरकार विकासक लेल काज क’ रहल छथि। आब स्थिति ई अछि जे मिथिला सहित पूरा प्रदेशमे लॉ एंड ऑर्डरकेँ स्थिति ठीक भ’ गेल अछि, बेसिक इन्फ्रास्ट्रक्चर यानि मूलभूत आवश्यकता जेना सड़क, बिजली, कानून व्यवथा, सप्लाई चैन आदि ठीक भ’ गेल अछि। आगा कहलाह जे मिथिलाक धरती पर जँ कोनो व्यापर आ कल-कारखाना खोलब निश्चित रूपसँ वर्तमान सरकार आउट ऑफ़ द’ बॉक्स मदद करत। मिथिलामे लघु उद्योगके व्यापक संभवना अछि अहि लेल व्यापारी वर्ग इन्वेस्ट करैथ जाहिसँ मिथिलासँ पलायन सेहो रुकत आ लोकसभकेँ रोजगार भेटत आ आर्थिक रुपेँ समृद्ध सेहो होयत। जँ आर्थिक समृधि बढ़त त’ निश्चित रुपेँ लोकसभमे एक दोसरकेँ सहयोग करयकेँ भाव ऐतनि, समाजमे परिवर्तन होयत आ आबय वला समयमे अपन मैथिल समाज सेहो आनो समाज जेना कुशल उद्यमी बनि सकैत छथि ।