मैथिली गायन विधाक निहारिकाः पूनम मिश्र

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    जमशेदपुर, झारखंड, मिथिला मिरर-शिव कुमार झा ‘टिल्लू’: मैथिली मंचक बदलैत स्वरूपक परिपेक्ष्यमे एहिठामक साहित्यिक अवधारणासँ बेसी प्रसंगीय विषय भए गेल अछि। एहिठामक संस्कृति विचार, हमर मंच राजा भोजक परिक्षेत्रसँ बेसी वलगर गीतक शरणस्थली बनि रहल छैक, एहि परिस्थितिमे संस्कृति केर संरक्षकध्संरक्षिका केर कतिपय चर्च आवश्यक माने जाय। माँ सीताक श्रीमुखसँ ई भास निकसल छल की नहि ई इतिहासक कोखिमे बन्न अछि, मुदा एतेक तऽ निश्चित छैक जे हमर भाषाक नाओं मैथिली हुनके नाओंसँ जानल मानल जाइछ। एहि परिस्थितिमे हमर धीया लोकनि लोक गीत केँ आत्मसात करथि। ककर गाओल सुनथि ? वर्तमान मैथिली गायिका सभमे रंजना झा केँ मैथिली मंचक प्रवाहिका कहि सकैत छी। हिनका संग संग बहुत रास प्रांजल आ संस्कृतिक सम्पोषिका प्रतिभा सभ मंचपर क्रियाशील छथि जेना विजया भारती, रजनी पल्लवी, कुमकुम झा ( श्री सुनील पवन’क संगीत मे बहुत नीक विद्यापति गीतक गायिका ), ज्योति मिश्रा, प्रीति मिश्रा, रंजना सिंह, मैथिली ठाकुर, स्नेहा झा आदि-आदि बहुत रास प्रतिभा जे वलगर गीतसँ बहुत हद धरि बाँचल छथि।
    मुदा एकटा प्रतिभा केर चर्च केने बिनु वर्तमान मैथिली मंचक महिला गायकी केर यात्रा पूर्ण नहि भऽ सकैत अछि, ओ छथि मैथिली रंगमंचक गायन विधाक निहारिका श्रीमती पूनम मिश्रा। पूनम’क जन्म ०४ फरवरी १९८७ ईस्वी केँ मधुबनी जिलाक मनपौर गाममे रोहित नारायण मिश्र’क घश्रमे भेलनि। बाल्यकालहि सँ अद्भुत गायन प्रतिभाक धनी पूनम मे गीत संगीतक विलक्षण आवेश देखि हिनक पिता साइकिल पर चढ़ा-चढ़ा कऽ गाम-गाम कार्यक्रमक लेल क्रियाशील भऽ गेलथि। बहुत कम वयस मे बहुत रास मंचक लोकप्रिय गायिका बनि गेलीह। नेनपनक हिनक बहुत गीत जेना सामा चकेवाक गीत, गोसाउनिक गीत एखनहुँ यूट्यूबमे लोक बहुत प्रेमसँ सुनैत छथि। हिनक देल बहुत रास गीत आ ओकर धुन केँ गायिका सभ आत्मसात करैत विविध मंचपर गाबि रहल छथि। स्नातक संगीतसँ उत्तीर्ण पूनम इतिहास विषयमे प्रतिष्ठित छथि।
    वर्तमान मे शिक्षिका छथि। हिनक पाणिग्रहण संस्कार मधुबनी जिलाक प्रसाद गामक शंकर कुमार झा सँ भेल छनि। पारिवारिक दायित्वक निर्वहनक संग-संग शिक्षण आ रंगमंचककेँ जोड़ि मिथिला-मैथिलीक चर्चित नाम भऽ गेल छथि। हिंदुस्तानी संगीत, सरल शात्रीय संगीत, चलचित्रीय संगीत, फॉक, भजन आदि विधाक पारखी पूनम मिथिला महोत्सव, केसरिया महोत्सव, चम्पारण महोत्सव मिथिला लोक उत्सव, कोसी महोत्सव, मार्तण्ड महोत्सव, अंतराष्ट्रीय मैथिली संम्मेलन विरार मंचक बहुत जनप्रिय गायिका छथि। विद्यापति पर्व समारोहक प्रायः मंच पर हिनक सहभागिता सुनिश्चित रहैत छनि।
    जेहने सासु तेहने पुतोहु फिल्म मे हिनक बहुत सशक्त अभिनयक संग संग हिनक गायन दर्शक केँ मुग्ध कऽ देलक। ओहि फिल्मक आधुनिक शैली मे बहुत नीक भगवती गीतक हिनक गायन जखने तू तकले भरि नजरिया गे…. मिथिलाक कंठहार गीत अछि। हिनक दोसर फिल्म जाहि मे ई गायन केने छथि ओ थिक ‘हमर मिथिला’ एखन धरि हिनक २१ गोट गायनक एल्बम रिलीज भए चुकल अछि। सभ एक पर सँ एक.. हिनक चर्चित गीत ‘कंगना खनकय खन शोर करय.. जकाँ एहिना हिनक स्वरक सुवासित गंध सँ मिथिला मंच, गाम ठाम झनकैत रहय। भगवती वंदना, शिव दर्शनसँ मनमोहन दुल्हा धरिक यात्रा निर्वाध गति सँ चलैत रहय। एहि कामना संग उज्जवल भविष्यक लेल शुभकामना सेहो।