दरभंगा, मिथिला मिरर: ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजकिशोर झा कहलनि जे, कोनो भी स्तर पर संवादहीनता नहि होबय देल जायत। विभागाध्यक्ष, संकायाध्यक्ष व स्ववित्त पोषित संस्थानक निदेशकक बैसक के संबोधित करैत मंगलदिन ओ कहलनि जे, कुलसचिव, कुलानुशासक, छात्र संकायाध्यक्ष व परीक्षा नियंत्रक के छोड़िकय सब पदाधिकारी नियमित रूप स वर्ग लेताह।
कुलपति कहलनि जे, हम कोनो ऑपरेशनक लेल नहि आयल छी। विकास करबाक लेल आयल छी। समस्या अछि त मुदा अहि के लेल एकटा व्यक्ति दोषी नहि अछि। छात्र हमर पूंजी छथि। बेवजह परेशान नहि कायल जायत। ओ कहलनि जे, कोनो कीमत पर हम सिद्धांत स समझौता नहि करब। सब विभाग के निर्देषित कायल गेल अछि जे, लंबित संचिकाक सूची अविलंब बना लेल जाय।
ओ कहलनि जे एक सप्ताहक समय चाही। कार्य संस्कृति मे सुधार अनबाक लेल। ओ कहलनि जे, अहाँ सबहक सहयोग, भरोसा आ विश्वास चाही। हमर प्रतिष्ठा अहाँक प्रतिष्ठा स जुड़ल अछि। वर्ग संचालन के गम्भीरता स लेल जाओ। कोनो भी क्षण औचक निरीक्षण भय सकैत अछि। औचक निरीक्षण मे पकड़ल गेला पर शिक्षकक प्रतिष्ठा धूमिल होयत, ध्यान राखु।