दिल्ली-मिथिला मिररः अपन पुरखा कें पिंडदान आ हुनक मोक्ष प्राप्तिक लेल पंद्रह दिन तक चलै वला पितृपक्षक शुरूआत अगस्त मुनिक तर्पणक संग मंगल दिन भय गेल। पहिल दिन प्रायः संपूर्ण भारत सहित नेपाल आ अन्य सनातनी जगह पर अगस्त मुनि कें तर्पण कैल गेल जाहि में फल आ फुलकी संग तर्पण कैल गेल। बुधदिन सं तर्पण केनिहार व्यक्ति लोकनि अपन पुरखा कें जल देतथि आ पिंडदान करताह। ओना त भारत में बहुत ठाम पिंडदान करवाक प्रचलन अछि मुदा भगवान विष्णुक नगरी ‘मोक्ष धाम गया में पिंडदानक किछु विशेष महत्व छैक।’ संपूर्ण विश्व सं लोक अपन-अपन पूर्वज लोकनि कें पिंडदान करवाक लेल गय में एकत्रित भय गेल छथि। पंद्रह दिन तक चलै वला अहि पिंडदानक लेल गया में भव्य तैयारी कैल गेल अछि।
गया में पिंडदान करैवला श्रद्धालुक संख्या लगातार बढि़ रहल छैक आ अहि कें देखैत प्रशासन श्रद्धालुक ठहरवा लेल विभिन्न जगह पर तंबू लगा श्रद्धालुक ठहरावाक व्यवस्था कैलक अछि। कर्मकांडक विधिक अनुसार गया में पिंडदानकर्ता लोकनि एक दिन, तीन दिन, सात दिन, पंद्रह दिन आओर सत्रह दिन तक कर्मकांडक अनुसार पितर कें पिंडदान आ तपर्ण करैत छथि। पंद्रह दिन तक चलैवला गया मेलाक लेल सुरक्षा व्यवस्थाक पुख्ता इंतजाम कैल गेल अछि। गया जिलाक वरिष्ठ पुलिस अधिक्षक निशांत कुमार तिवारी पत्रकार सं बात करैत कहलनि जे पितृपक्षक दौरान मेला क्षेत्र के 38 मंडल में बांटल गेल अछि। हर मंडल में जोनल अधिकारीक प्रतिनियुक्ति कैल जा रहल अछि। पुलिस प्रशासनक दिस सं 40 गोट पुलिस शिविर में 20-20 जवानक तैनाती कैल जायत। विष्णुपद मंदिर लग अस्थाई शिविर रहत। ओमहर सोमदिन बिहारक मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी गया में पितृपक्ष मेलाक शुभारंभ कैलनि।
पैछला बरख अहि मेलाक दौरान आतंकी हमलाक जानकारी खुफिया विभाग द्वारा देल गेल छल। मेला क्षेत्र में सुरक्षा इंतजाम कें आओर बेसी पुख्ता करवाक लेल बम निरोधी दस्ता’क विशेष तैनाती कैल जा रहल अछि। हिंदू धर्मक अनुसार पितरक आत्माक शांति आ मुक्तिक लेल पिंडदान अहम कर्मकांडक रूप में मानल जाईत अछि। अनंत चतुर्दशीक प्रात सं शुरू भय तर्पण प्रायः महालया दिन तक चलैत अछि। अहि बीच तपर्ण आ पिंडदान केनिहार व्यक्ति केश-दाढ़ी नहि बनावैत छथि आ शाकाहारक पालन से करैत छथि।