मधेशीक विरूद्ध भऽ रहल नरसंहारक विरोध मे एमएसयूक दूतावास घेराव

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    दिल्ली-मिथिला मिररः नेपाल मे नव संविधानक निमार्ण ओ मधेशीक विरूद्ध जाहि तरहक तांडव नेपाल सरकार ओ नेपाली प्रहरी (सिपाही) द्वारा रचल जा रहल अछि ओहि सं बहतो रास गंभीर प्रश्न उठब स्वभाविका अछि। कोनो देशक जनता ओ ओहिठामक साशन व्यवस्थाक लेल अहि सं खुशीक गप्प कि भय सकैत छैक जे ओहि देशक अप्पन संविधान बनि रहल अछि। ओ देश आब विश्वक एकटा संवैधानिक देशक सूची मे शामिल भय जायत।

    मुदा अपन एकटा अंगकें काटि जौं कोनो नव संरचना हो, जौं अहांक दू टा हाथ मे सं एकटा हाथ कें अहां स्वयं अपने सं काटि दी त कोना अहां कोनो भरिगर चीज भविष्य मे उठेवाक कल्पना कय सकैत छी ? पैछला किछु मास सं जाहि तरहक नरसंहार मधेशी (नेपाली मिथिलावासी) पर ओहि देशक सरकार ओ प्रहरी द्वारा कैल जा रहल अछि ओ नहि मात्र निंदनीय अछि अपितु विश्वक सोंझा नेपालक जाहि तरहक तस्वीर प्रस्तुत क रहल अछि ओकर कल्पना शायद नेपाल आगामी भविष्य सरकार कें नइ छैक।
    की बूढ़, की मासूम दूधमुंहा बच्चा ओ की युवा-युवती सबहक सीना मे एक रंग गोली मारल जा रहल अछि। नेपालक भूमि मधेशक शोनित सं रक्त रंजीत भ रहल अछि मुदा सब सं दुःखद बात इ जे अखन तक जाहि तरहक भूमिका भारत सरकारक रहल अछि ओहो चिंताक विषय थिक। एक दिस भारतक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विश्वक नेताक रूप मे अपन उपस्थिति दर्ज करेवाक प्रयास क रहल अछि दोसर दिस नेपालक अहि नरसंहार पर हुनकर चुप्पी निश्चित रूपहिं मिथिलावासीक लेल गंभीर चिंतनक विषय थिक।
    भारतीय विदेश मंत्रालयक चुप्पी सेहो बहुत किछु कहवाक लेल काफी अछि। अहि समस्त बात कें ध्यान मे राखैत मिथिला विकासक लेल अपन प्रखर अवाज उठेनिहार संस्था मिथिला स्टूडेंट यूनियन शुक्रदिन भारत मे नेपाली दूतावास कें घेराव करत। मैथिल मधेशीक उपर भय रहल नरसंहार ओ संवैधानिक अधिकार सं वंचित करवाक विरोध मे एमएसयूक धरना 1 बजे सं होयत जाहि मे बेसी सं बेसी मिथिलावासी उपस्थित भय एमएसयूक सूर मे सूर मिला नेपाली मैथिलक अधिकार दियेवा लेल अपन बहुमुल्य योगदान दी।