दिल्ली-मिथिला मिररः शनिदिन भोर सं हाथी घोड़ा पालकी जय कन्हैया लाल की, नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की इत्यादि गीत-संगीत आ नानान तरहक वेद मंत्र सं वातावरण गुंजयमान भय रहल छल। भारत-नेपाल सहित विश्वक अन्य देश मे श्रीकृष्ण जन्माष्टमीक पर्व धूमधाम सं संपन्न भेल। अहि अवसर पर मथुरा, वृंदावन सहित अन्य मंदिर संब मे जाहि तरहक दृश्य छल ओकरा शब्दशः वर्णन केनाइ सहज नहि।
शनिदिन राइत 11 बजे सं विधिवत पूजा अर्चनाक दौर शुरू भय गेल। नवग्रह ओ भगवान गणेशक पूजाक संग शुरू भेल विधिवत पूजा राइत 11:55 बजे पुष्प सहस्त्रार्चन संग आगु बढ़ल जे रविदिन राइत 12 बजे भगवान श्रीकृष्णक प्राकट्यक संग संपन्न भेल। राइत 12 बजेक बाद सं विभिन्न मंदिर मे श्रद्धालू ढोल, नगाड़ा, झांझ, मृदंग सहित अन्य वाद्य यंत्रक संग भगवानक जन्मक अवसर पर जमिकय उल्लास मनौलनि।
विश्व भरि मे मंदिर छटा देखैय वला छल। जगह-जगह महाभिषेकक दौर चलि रहल छल। भक्त लोकनि श्रद्धा ओ उल्लास मे अहि तरहे लीन छलाह जेना मानू कि जिनगी किछु कालक लेल कृष्णक भक्ति मे डूबी गेल अछि आ जीवनक एकमात्र मकसद भवगत भजन तक सिमटी कय रहि गेल अछि। जगह-जगह मटकी फोड़ कार्यक्रमक छटा सेहो अनूपम देखल जा रहल छल। मिथिला मिरर परिवार दिस सं संपूर्ण मिथिला सह विश्ववासी कें श्रीकृष्ण जन्माष्टमीक हार्दिक शुभकामना ओ बधाई।