मिथिला मिरर-शिवेश झा: रियो ओलंपिक मे भारतक लेल एकटा और पदक जितबाक दावेदार मानल जा रहल लंदन ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता योगेश्वर दत्त प्रयासरत छथि जे, रविदिन पुरुष वर्गक 65 किग्रा फ्रीस्टाइल मुकाबला स पहिने नरसिंह यादव घटना स खेल पर प्रभाव नहि पड़य आ भारतक लेल एकटा और पदक सुनिश्चित कायल जाय।
साक्षी मलिक के ओलंपिक पदक जीतय बाली पहिल भारतीय महिला पहलवान बनलाक एक दिन बाद फेर भारतीय पहलवान पर डोपिंग के साया मंडराय लागल, जहन प्रतिबंधित पदार्थक लेल पाजीटिव पायल गेल नरसिंह के चारि सालक लेल प्रतिबंधित कायल गेल।
नरसिंह यादव के प्रतिबंधक संदर्भ मे पुरुष फ्रीस्टाइल कोच जगमिंदर सिंह कहलनि जे, आब कि कायल जा सकैया? सबटा खराबे भय रहल अछि अहि बेर। ओ कहलनि जे, टीम मे सब स्तब्ध छथि किन्तु तकरा बादो सबहक प्रयास अछि जे अहि बातक असर योगेश्वर पर नहि पड़य। आब पदक के लेल मात्र एकटा उम्मीद योगेश्वर छथि।
लंदन ओलंपिक के दौरान योगेश्वर के आँखि मे चोट लागल छलनि जाहि कारने ओ बहुत अधिक टूर्नामेंट मे भाग नहि लेलनि। मुदा रियो के लेल क्वालीफाइंग टूर्नामेंट मे स्वर्ण पदक जीतने छलाह। एकरा बाद ओ भारत मे आयोजित पहिल इंडियन रेसलिंग लीग मे हिस्सा लय क अप्पन फ़िटनेस आ दमख़म देखा देने छलाह।
लंदन ओलंपिक मे कांस्य पदक के अलावा योगेश्वर साल 2010 के दिल्ली आ 2014 के ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेल मे स्वर्ण पदक जीत चुकल छथि। अहि के अलावा योगेश्वर 2014 मे इंच्योन एशियाई खेलक स्वर्ण पदक आ 2006 के दोहा एशियाई खेलका कांस्य पदक जितने छथि। साल 2003 मे लंदन, 2005 मे केपटाउन आ 2007 मे फेर लंदन मे भेल राष्ट्रमंडल कुश्ती चैंपियनशिप मे सेहो योगेश्वर स्वर्ण पदक जीत चुकल छथि।
विश्व स्तर पर एतेक रास पदक जीत चुकल योगेश्वर अप्पन अंतिम ओलंपिक के यादगार बनेबाक लेल कोनो कसर नहि छोड़ताह। नरसिंह यादव के बाहर भेलाक बाद आ भारतीय दल के अहि ओलम्पिक मे अनुमानक अनुकूल प्रदर्शन नहि भेलाक बाद आय अहि मुकाबला मे योगेश्वर पर दोहरी उम्मिदक भार छन्हि।