मधुबनी, मिथिला मिरर: मधुबनीक सदर अस्पताल सहित विभिन्न अनुमंडलीय अस्पतालक अलावा अन्य स्वास्थ्य केन्द्र पर प्रसव वार्ड मे भर्ती हेबाक लेल आबय वाली गर्भवती महिला पर निजी क्लीनिकक बिचौलियाक नजरि लागल रहैत अछि। सामान्य प्रसव जेहेन स्थिति मे सेहो चिकित्सक द्वारा सीजेरियन के भय देखाकय गर्भवती महिला कें निजी क्लीनिक मे पठेबाक लेल उकसेबाक परम्परा बढ़ि रहल अछि।
जाहिर अछि जे, सामान्य प्रसव सं चिकित्सक कें अतिरिक्त आमदनीक गुंजाइश नहि होइत अछि। जहन कि एहेन चिकित्सक द्वारा संचालित निजी क्लीनिक मे सीजेरियन सं मोट रकम के आमदनी तय मानल जाइत अछि। सदर अस्पतालक महिला चिकित्सक द्वारा अस्पतालक आसपास निजी क्लीनिक के संचालन धड़ल्ले सं कायल जा रहल अछि। हालांकि अहि कें अलावा शहर मे एक दर्जन स अधिक निजी क्लीनिकक संचालन भय रहल अछि।
ओना त सदर अस्पताल मे चिकित्सकक भारी कमी बनल रहैत अछि मुदा महिला चिकित्सकक संख्या मात्र स्वीकृत पद आठक जगह पर वर्तमान मे तीन गोट महिला चिकित्सक कार्यरत अछि। अहि तरहे जयनगर व फुलपरास अनुमंडलीय अस्पताल मे महिला चिकित्सकक स्वीकृत पद दू के जगह वर्तमान मे एक्को टा महिला चिकित्सक कार्यरत नहि अछि।
झंझारपुर अनुमंडीय अस्पताल मे स्वीकृत पद दू के जगह वर्तमान मे एकटा महिला चिकित्सक कार्यरत अछि। अहि तरह जिलाक 21 गोट प्रखंडक पीएचसी मे महिला चिकित्सकक स्वीकृत पद एक के जगह वर्तमान मे बासोपट्टी, हरलाखी पीएचसी के छोड़िकय अन्य पीएचसी मे महिला चिकित्सक कार्यरत नहि अछि।