पटना, मिथिला मिरर: बिहारक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलदिन भाजपा आ आरएसएस पर निशाना साधैत कहलनि ‘जे कहियो तिरंगा के राष्ट्रीय ध्वज नहि बुझलक ओ आय तिरंगा यात्रा निकालि रहल अछि। नीतीश असहिष्णुता माहौलक खिलाफ बुद्धिजीवी आ धर्मनिरपेक्षता मे विश्वास राखय बला लोक सं एकजुट हेबाक अपील केलनि।
नीतीश कुमार दिल्ली मे एकटा पुस्तक विमोचन समारोह मे भाजपा आ आरएसएस के निशाना पर लैत कहलनि जे, हम नव दौर देखि रहल छी। कतेक बेर ई सुनि कय नीक लगैत अछि ‘जे कहियो तिरंगा के मान्यता नहि देलक ओ आय तिरंगा यात्रा निकालि रहल अछि, जे कहियो तिरंगा के राष्ट्रीय ध्वज नहि बुझलक हुनका ई काज करैत देखि कय नीक लगैत अछि।
मुख्यमंत्री अप्पन भाषण मे बेर-बेर असहिष्णुता स लड़बाक लेल बिखरल समाजवादी दल आ बुद्धिजीवी वर्ग के बीच एकजुटताक आह्वान केलनि। ओ कहलनि जे, जहन असहिष्णुताक खिलाफ अभियान शुरू कायल गेल छल त काफी सफलता भेटल छल, ताहि दुआरे अभियान रूकबाक नहि चाही।
नीतीश कहलनि ज, एहेन नहि अछि जे आय जे किछु भय रहल अछि ओहि सं सब सहमत छथि, अधिकतर लक ओहि सं सहमत नहि छथि। मुदा विरोधक आवाज मजबूत नहि अछि, आ ई आवाज सुनायी दिए ताहि लेल सब के मिलिकय म्हणत करय पड़त।