पटना, मिथिला मिरर: बिहार इंटरमीडिएट टॉपर घोटालाक जांच मे एकटा और पैघ खुलासा भेल।बीएसईबी के पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसादक कार्यकाल मे बिहार बोर्ड हरही-सुरहि जेना मान्यता बंटलक।घोटालाक मुख्य आरोपी लालकेश्वर प्रसाद सिंहक कार्यकाल मे कतेको एहेन कॉलेज के मान्यता देल गेल जे, गैराज मे चलि रहल छल। कतहु मात्र चारि टा कमरा मे कॉलेज खोलबाक अनुमति देल गेल त कतहु बिना कमराक अनुमति दय देल गेल।
बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर बृहस्पति दिन कहलनि जे, बोर्ड स मान्यता प्राप्त 213 कॉलेज मे स 158 कॉलेजक जांच भय चुकल अछि। ओ कहलनि जे, एखन रिपोर्टक पूरा अध्ययन नहि कायल गेल अच्छी, ताहि कारने साफ नहि भ सकल अछि जे, कोन-कोन कॉलेज एहन मान्यता प्राप्त केलक अछि। जून 2014 स 2016 के बीच अलग-अलग जिला मे अहि कॉलेजक मान्यता देल गेल अछि।
आनंद किशोर कहलनि जे, सबस पहिने एहन कॉलेजक सूचीबद्ध कायल जायत तकरा बाद अहि कॉलेज स शोकॉज जारी कय पूछल जायत आ संतोषजनक जवाब नहि भेटला पर मान्यता रद्द कय देल जायत। सूत्रक अनुसार एहेन कॉलेज मे सर्वाधिक गया के 32 कॉलेज, छपरा के 23, वैशाली के 21, नालंदा के 4 कॉलेजक जांच कायल जा रहल अछि।