
पटना, मिथिला मिरर : बिहार मे चुनाव केँ ल’ सियासी पारा गरम भेल जा रहल अछि। सियासी बयानबाजी मे सेहो उछाल देखना जा रहल अछि। आरोप-प्रत्यारोप केँ दौर शुरू भ’ चुकल अछि। एकबेर फेर तेजस्वी प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधलनि अछि। एहिबेर किसानक समस्या केँ उठबैत कहलाह अछि जे केंद्र मे बैसल मोदी सरकार गरीब आ किसान विरोधी अछि। एतबे नहि बढैत बेरोजगारी लेल दुनू पल्टूराम जिम्मेदार छथि। प्रधानमंत्री मोदी पर हमला करैत कहलनि जे मोदी सरकार जबरदस्ती किसान सभक ऊपर कानून थोपी रहल अछि। तेजस्वी यादव कहलनि नौजवानक बाद किसान अब सरकारक निशाना पर अछि। राजद किसान विरोधी ड़बल इंजन सरकार द्वारा लोकसभा मे पारित किसान विरोधी अध्यादेश पर मुखरता सँ अपन पुरजोर विरोध करैत अछि। एहिबेर बेरोज़गार युवा आ किसान मिल क’ एहि निकम्मी सरकार केँ उखाड़ी फेंकत।
अध्यादेश वापस लेबाक मांग करैत तेजस्वी यादव ट्वीट सेहो कएलनि
नौजवान के बाद किसान अब सरकार के निशाने पर।@RJDforIndia किसान विरोधी ड़बल इंजन सरकार द्वारा लोकसभा में पारित किसान विरोधी अध्यादेशों पर मुखरता से अपना पुरजोर विरोध प्रकट करती है।
बेरोज़गार युवा और किसान मिलकर इस निकम्मी सरकार को उखाड़ फेंकेंगे। #किसान_विरोधी_अध्यादेश_वापस_लो
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 18, 2020
तेजस्वी यादव कहलनि जे हम शुरू सँ कहैत आबि रहल छी जे एनडीए सरकार किसान, मज़दूर, गरीब विरोधी सरकार अछि। ई बनिया बेकालक सरकार अछि। बड़का-बड़का व्यवसायी घराना केँ हाथ बिकल सरकार अछि। आब किसान विरोधी कानून बना क’ जबरदस्ती किसान केँ परेशान आ मजबूर क’ रहल अछि जे कॉर्पोरेट केँ कोना फायदा पहुँचय। नवका कानून सँ किसान केँ लगातार नुकसान होयत आ एकर प्रभाव हुनक जीवन पर पड़त। किसान केँ एमएसपी खत्म भ’ जायत आ कॉर्पोरेट केँ गुलाम बनि जायत।
बतादी जे वृहस्पतिदिन संसद मे दूटा कृषि विधेयक पास कएल गेल। एहि विधेयक केँ विरोध हरियाणा, पंजाब, पश्चिमी उत्तरप्रदेश सहित अनेक राज्यक किसान क’ रहल अछि। कांग्रेस आ अन्य विपक्षी दल एकर विरोध मे अछि। एतय धरि की सरकारक घटक दल शिरोमणि अकाली दल तक विरोध करैत मोदी कैबिनेट सँ इस्तीफा तक द’ देलक अछि।