दिल्ली, मिथिला मिरर: वर्ष 2017 के मैथिलि भाषाक सर्वोच्च साहित्यिक पुरस्कार ‘प्रबोध साहित्य सम्मान’ वरिष्ठ कवि-गीतकार-नाटककार, कथाकार गंगेश गुंजन के देल जायत। विख्यात भाषाविद, साहित्यकार एवं विश्वभारती विश्वविद्यालय शान्तिनिकेतन के प्रोफेसर डॉ. उदयनारायण सिंह ‘नचिकेता के अध्यक्षता मे निर्णायक मण्डली गुंजन के मैथिली भाषा आ साहित्य मे आजीवन योगदानक लेल ई निर्णय लेलक अछि।
ज्ञात हो कि प्रबोध साहित्य सम्मान मैथिली आंदोलन के अग्रणी नेता, विद्वान, भाषा शास्त्री एवं कलकत्ता विश्वविद्यालय के पूर्व हिंदी विभागाध्यक्ष स्व. प्रबोध नारायण सिंह के सम्मान मे स्वस्ति फाउंडेशन द्वारा 2004 ई. सं देल जा रहल अछि।
गंगेश गुंजन अनामा, कथादिशा, योगी, सही-सही, कैक्टस आदि पत्रिका के पटना, भागलपुर आ दिल्ली सं संपादन कय चुकल छथि। अन्हार इजोत, उचितवक्ता, सिन्दूरक दाम कथा संग्रह , लोक सुनू आ हम एकटा मिथ्या परिचय कविता, दुखक दुपहिया गीत-गजल, आई भोर नाटक एवं पहिल लोक मैथिली उपन्यास गुंजन के बहुत प्रसिद्धि दियौलकनि। एकरा बाद मणिपद्म लिखित आ साहित्य अकादमी सम्मान सं सम्मानित नैका बनिजारा के हिंदी अनुवाद केने छथि।
प्रबोध सम्मान के लेल गंगेश गुंजन के प्रतिक चिन्ह आ प्रशस्ति पत्र संगहि एक लाख रुपैया नगद सं सम्मानित कायल जायत।