नेपालमे भूकंप सं पीडि़त व्यक्तिकें 1 साल बाद प्रधानमंत्री आ राष्ट्रपति छिटलनि मिरचाई

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    काठमांडू,मिथिला मिरर-काली कांत झा तृषितः महाभूकम्पक एक बर्ष पूरलाक बादो इ दिवस मनौनाइ भोज भात खएनाइ हेलीकप्टर चढी कऽ शिलान्यासक बिध पुरौनाइकें बाहेक कार्य प्रगति के कोनो ठोस सँकेत नहि देखएलै। राष्ट्रपति महोदया कें हेलीकाॅप्टर मे बड शान बान स बरपाक मे शाही सवारी भेलन्हि पीडित समुदाय सभ किछु सुखद सन्देश सुनबाक अपेक्षा रखने छल मुदा ओ तऽ शिलान्यासक औपचारिकता पूरा करैत विदाह भ गेली। आशान्वित पीडि़त समुदाय सभ सहानुभूतिक दुइयो शब्द सुनबाक हेतु तरसिते रहि गेल मुदा एमहर त बस बुच्ची दाइ चुप।
    भूकम्पक दोसर केन्द्रविन्दु सिन्धुपालचैक चैतारा के अभागल पीडित समुदाय प्रधानमन्त्री के भ्रमण सँ बहुत आश कएने छल मुदा ओली के बोली कुनैन के गोली जकाँ बहरएलै-राता रात घर बन्दैन। बर्ष दिन पूरला पर भूकम्प दिवस मनाबऽ मे कोनो कन्जूसी नहि कएल गेलै भोज भतेर मे कोनो बाधा नहि पड़लै, सिर्फ पीडि़त के पीड़ाहरण बला कोनो काज नहि भेलै अतः पुनर्निर्माणक शून्य कार्यप्रगति के सरकारक विफलताके प्रतिबिम्ब मानल जा रहल छैक। पत्र-पत्रिका मे सरकारक अकर्मण्यता के बिषद विवरण आबि रहल छैक। अरबो-अरब रकम सहयोग राशि अएलाक बाबजूदो बर्ष दिन पूरलो पर पीडि़त वर्ग के पाल मे स अस्थाइयो बास स्थान मे पहुँचएबाक प्रबन्ध नहि भ सकब सरकारी अकर्मण्यता आ निर्लज्जताक पराकाष्ठा छैक।
    तै पर स प्रधानमन्त्री के हेहरपना देखिऔ जे कहै छैक जे आषाढ तक मे सब के छाना भीतर लाबि देतै। इ महोदय ततेक ने डपोड़शन्खी गप्प दैत रहै छथिन्ह जे लोक के इहो मजाके बुझा रहल छैक। राम्रो मान्छे के बदला हाम्रो मान्छे राख के चलते पुनर्निर्माण प्राधिकरण के प्रमुख मे कनिष्ठ कर्मचारी सुशील अवाली के छनौट कएने की दुष्परिणाम भेलै से सामने छैक। चारू भर थू थू भ रहल छैक मुदा तइओ प्रमुख के हेहरपना देखिऔ ओ कहैत छैक जे गर्व करऽ लायक कार्य प्रगति छैक। एहन निर्लज्ज, घाघलोक के टोकारी वा अरपएना की करतै बस एतबे कहऽ पडत कि हेहराक पाछा गाछ जनमलै छाहरि मे नेपाल, बूड़ल बन्श कबीर के उपजल पूत कमाल।