दिल्ली-मिथिला मिररः शनिदिन मिथिलाक मुजफ्फरपुर सं परिवर्तन रैलीक शुरूआत केनिहार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीक आगवनकें मिथिलावासी अपन हृदय बिछा हुनकर स्वागत केने छल मुदा जखन प्रधानमंत्री मोदी छपरिया भाषामे भाषण मे उपस्थित दर्शक लोकन्हि कें स्वागत केलाह त मिथिलावासी स्तब्ध रहि गेल। आब अहि मे किछु एहन गप्प छैक जाहि पर गहन विचार आ अध्ययन करब बहुत आवश्यक छैक।
सब सं पहिने प्रधानमंत्री मोदीकें जे सांसद ओ स्थानीय नेता आ हुनकर टीमक जे व्यक्ति लोकनि मुजफ्फरपुरक बारे मे जानकारी देलनि ओ कतौ ने कतौ मिथिलाक द्रोही हेताह वा ओ मुजफ्फरपुरकें मिथिलाक हिस्सा नहि बुझि ओकरा भोजपुर क्षेत्र मानैत हेताह। अगर ओ नेता अथवा व्यक्ति मिथिला सं छैथ त ओ त मिथिलाक द्रोही छैथे मुदा जौं ओहि नेताक संबंध मिथिला सं इतर छन्हि त ओ मैथिली संग एकटा पैघ छल करबा मे सफल रहला।
मिथिला मिरर ओहि व्यक्ति पर कोनो आंगुर नहि उठा रहल अछि जे मिथिलाक बाहर सं छैथ मुदा मिथिला मिरर ओहि समस्त सांसद, विधायक आ मिथिला क्षेत्र सं पार्टीक कार्यकर्ता लोकनि सं इ सवाल क रहल अछि जे अपने सब आखिर कियैक नहि प्रधानमंत्री तक इ बात पहुंचा सकलौ जे मुजफ्फरपुर मिथिलाक एकटा अभिन्न अंग छैक आ अहिठामक भाषा भोजपुरी नहि अपितु भारतक अष्टम अनुसूचिक भाषा मैथिली थिकैक।
निश्चित रूपहिं इ मिथिली क्षेत्रक नेताक नेतृत्व पर एकटा प्रश्न चिन्ह ठाढ़ करवाक बढ़ पैघ बात थिक जे ओ अपन पहिचानकें प्रधानमंत्री तक लग आ राष्ट्र तक नहि पहुंचा पाबि रहल छैथ। जखन सरकार मिथिलाकें मिथिला नहि बुझी पाबि रहल अछि आ एहन मे ओहिठामक नेतागण अपन शिथिल नेतृत्वक परिचय द रहला अछि तखन फेर अहि नेता लोकनि सं आओर बेसी की अपेक्षा कैल जा सकैत अछि। इ मिथिलाक लेल एकटा पैघ दुर्भाग्यक बात थिक अहि मे कोनो अश्यिोक्ति नहि।