नेपालक संविधान में मिथिला राज्यक अवधारणा

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    राजविराज,नेपाल,मिथिला मिरर-प्रवीण नारायण चौधरीः नेपाल में हालहि संपन्न दोसर बेरुक संविधान सभाक चुनावक बाद एक तरफ राजनैतिक माहौल गरम अछि, त दोसर दिस विभिन्न जीतल-हारल दल सब आपसी समीक्षा करवा में जुटल अछि। समानुपातिक प्रणालीसँ विभिन्न दलकेँ भेटल सीटपर केकरा निर्णीतरूप में सभासद बनाओल जाय ताहि बातक घमर्थन सहित नव सरकार गठन करबाक लेल केहेन जोड़-तोड़ होयत एहि समस्त बातक आकलन कैल जा रहल अछि। ततहि दोसर दिश नव संविधान सभा द्वारा नेपाल में गणतंत्र स्थापित करबाक लेल विभिन्न सामाजिक व सरोकारवाला संस्था सब सेहो विचार-विमर्श में लागि गेल छथि जे आगामी समय में कि कैल जाय आ कोना जनताकेँ अधिकारसंपन्न बनबैत राष्ट्रकेँ आगू बढाओल जाय।
    एहि क्रम में शनिदिन ‘‘मिथिलाक अनुपम डेग‘‘ नामक संस्था द्वारा राजविराजक केशो अनिरुद्ध विद्यालय में आबयवाला संविधान में मिथिला राज्यक अवधारणाक विषय पर विचारगोष्ठीक आयोजन कैल गेल अछि। एहि विचारगोष्ठी में मिथिलाक ‘‘जिन्दा-शहीद‘‘ उपनामसँ प्रसिद्ध मिथिला राज्य संघर्ष समितिक संयोजक परमेश्वर कापडि़ जीकेर प्रमुख आतिथ्य रहत, संगहि भारत में मिथिला राज्य लेल संघर्षरत युवाविशेष संस्था ‘‘मिथिला राज्य निर्माण सेनाक‘‘ राष्ट्रीय अध्यक्ष श्याम सुन्दर झा, सप्तरी क्षेत्र नं. २ सँ निर्वाचित सभासद माननीय अशोक कुमार मंडल विशिष्ठ अतिथिक रूप में काल्हि अपन सारगर्भित विचार प्रकट करता। मिथिलाक युवाजन में मिथिला राज्य लेल जेहेन जोश आ अपेक्षा जाइग रहल अछि तेकरा आओरो उत्साहित आ आशान्वित करबाक लेल विशिष्ट वक्ता सब सेहो भाग लेताह।
    जहि में भारतसँ मिथिलाक युवा नेता अनुप कुमार मैथिल व संजय कुमार झा, राजविराजसँ डा. सुनील झा, मैथिल जागरण मंच अध्यक्ष ओसीन मियाँ, अन्तर्राष्ट्रीय मैथिली परिषद् केर नेपाल अध्यक्षा करुणा झा, मैथिली साहित्य परिषद् सँ देवेन्द्र मिश्र, मैथिल महासभाक संयोजक विष्णु मंडल, विवेकानन्द मिश्र, प्रो. अमरकान्त झा सहित आन-आन वक्ता लोकनि अपन विचार रखता। कार्यक्रमकेर अन्त में एक घोषणापत्र जारी कैल जायत जे सभासद महोदयकेर मार्फत नेपालक संविधान सभातक पहुँचेबाक योजना अछि। आयोजक समितिक संयोजक व मिथिलाक अनुपम डेग केर सचिव निराजन झा अहि कार्यक्रम जानकारी देलनि अछि।