चीनकें हर्बिन विश्वद्यिालयमे ‘पाग’ पहिर भारतक प्रतिनिधित्व करैत-रोहित

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    दिल्ली-मिथिला मिररः मिथिला-मैथिलीक स्वीकृति वैश्विक स्तर पर लगातार बढ़ल जा रहल अछि अहिमे कोनो दुम्मैत नहि। मैथिल आ मैथिलानी हर विधामे अपन कार्य-कुशलता सं वैश्विक स्तर पर जाहि तरहें अपन पहिचान बना रहल छथि ओ निश्चित रूपहिं एकटा नव भोरक आभास करा रहल अछि। लोककें अपन माटि-पाइनक सुंदरता आ ओकर सिनेहक आभास तखन होइत अछि जखन ओ अपना डीह-डाबर सं दूर कतौ प्रवास करैत अछि। सोशल मीडियाक सक्रियता आ युवा वर्गमे मिथिला-मैथिलीक प्रति जागि रहल चेतना सेहो एकटा सुखद अनुभूति करा रहल अछि।

    एहने एकटा सुखद समाद ओहि देश सं आबि रहल अछि जाहि देशक अर्थव्यवस्था आ ओहि देशक कोनो विशेष समाचार आम लोकक मध्य नहि अवैत अछि। हम बात कय रहल छी विश्वक सब सं पैघ जनसंख्या वला देश चीन कें। जी हां, हर्बिन इंस्टीट्यूट आॅफ टेक्नोलॉजी, हर्बिन, चीन मे चाइना सरकार कें स्कॉलरशिप पर माइक्रोबायोलॉजी मे स्नातकोत्तर कें पढ़ाई कऽ रहल छात्र रोहित कुमार झा विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित सलाना सांस्कृतिक समारोहमे लाल धोती, शिल्क कें कुर्ता, दोपटा, आ माथ पर लाल टुहटुह पाग पहिर, हाथमे भारतक राष्ट्रीय ध्वज तिरांगा लय शान सं ओहि कार्यक्रम मे भाग लेने छलाह। 25 मई 2015 कऽ संपन्न भेल अहि कार्यक्रममे बहुतो देशक छात्र अपना देशक परिधान पहिर हाथमे अपन राष्ट्रीय ध्वज लय भाग लेने छलाह मुदा कार्यक्रम मे उपस्थित सबहक नजैर रोहित पर जा कऽ अटकि गेल छल।

    अपने कें बता दी जे रोहित कुमार झा एखन हर्बिन चाइनामे छथि आ ओहिठाम अपन स्नातकोत्तर कें पढ़ाई पूर्ण कऽ रहला अछि। मिथिला मिररक संपादक ललित नारायण झा संग बातचीत करैत रोहित अहि विषय पर पूरा जानकारी मुहैया करबौलनि। रोहित कुमार झा मूल रूप सं मधुबनी जिलाक शिविपट्टी गामक रहनिहार छैथ। मिथिला मिरर टीमकें दिस सं रोहित कें वैश्विक स्तर पर रहितो अपन सभ्यता-संस्कृतिक संरक्षण करवाक लेल कोटि सह बधाई दैत छन्हि आ आगूओं एहन तरहक कार्यक्रममे अहि तरहें सहभागिता दैत रहथि से आग्रह सेहो कय रहल छन्हि।